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कश्‍मीर में हुर्रियत पर NIA ने किया वार तो, बौखलाई शहबाज सरकार, भारत से लगाई गुहार

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इस्‍लामाबाद
 कश्‍मीर में आतंकी गतिव‍िधियों में शामिल अलगाववादी नेताओं और उनके समर्थकों के खिलाफ भारत की राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अभियान से पाकिस्‍तान बौखला गया है। पाकिस्‍तान ने कश्‍मीर में अलगाववादी नेताओं और आतंकियों का समर्थन करने वाले लोगों की संपत्ति जब्‍त किए जाने पर जमकर आंसू बहाया। पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और लश्‍कर जैसे आतंकी संगठन इन्‍हीं लोगों के माध्‍यम से आतंक‍ियों तक पैसा पहुंचाते हैं। उन्‍हें छिपने के लिए ठिकाना मुहैया कराते हैं। एनआईए ऐसे लोगों की पहचान कर उनकी संपत्ति जब्‍त कर रही है।

पाकिस्‍तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्‍ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा, 'भारत की राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी और राज्‍य की जांच एजेंसी बहुत आक्रामक तरीके से कश्‍मीरियों की अचल संपत्ति को जब्‍त कर रही है।' उन्‍होंने भारतीय कदम पर आंसू बहाते हुए कहा कि यह चिंता की बात है कि राज्‍य की जांच एजेंसी ने साल 2021 से ऐसी 124 संपत्ति को जब्‍त किया है। बलोच ने कहा कि हम भारत के इस कदम की निंदा करते हैं। उन्‍होंने दावा किया कि भारत ने ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्‍फ्रेंस के प्रवक्‍ता अयाज अकबर की श्रीनगर में संपत्ति को जब्‍त किया गया है।

आतंकियों को फंड मुहैया कराता था हुर्रियत नेता

अयाज अकबर पर अलगाववादी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है और साल 2017 से जेल में बंद है। पाकिस्‍तान ने आरोप लगाया कि गैर कश्‍मीरी लोगों को जमीन और संपत्ति खरीदने के लिए प्रोत्‍साहित किया जा रहा है। दरअसल, एनआईए अकबर की दो प्रॉपर्टी को जब्‍त कर लिया है। इसे एनआईए की विशेष अदालत के आदेश पर जब्‍त किया गया है। इससे पहले कश्‍मीरी बिजनसमैन जहूर अहमद शाह की 17 संपत्तियों को जब्‍त किया गया था।

           

आतंकी फंडिंग केस में शामिल अकबर को अभी तिहाड़ जेल में रखा गया है। वह अवैध तरीकों से भारत और विदेश में पैसा इकट्ठा करता था और इसका इस्‍तेमाल वह जम्‍मू-कश्‍मीर में आतंकी गतिविधियों को फैलाने और उन्‍हें स्‍पांसर करने के लिए करता था। एनआईए ने खुलासा किया कि वह जम्‍मू-कश्‍मीर को भारत से अलग करने की कोशिशों में लगा हुआ था। अब एनआईए ने पाकिस्‍तान के इस प्‍यादे पर वार किया है तो वह बौखला गया है। इसी वजह से वह भारत पर आरोप लगा रही है और कार्रवाई को रोकने के लिए कह रही है।