नयी दिल्ली
मलेरिया संक्रमण ने बारिश से पहले ही हमला कर दिया है। बीते साल की तुलना में इस वर्ष संक्रमितों की संख्या 50 अधिक हो गई है। 5 साल बाद मलेरिया तेजी पकड़ रहा है। मलेरिया मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बरेली जिले का फिर से डेंजर जोन में आने का खतरा उत्पन्न हो गया है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग मलेरिया प्रभावित ब्लाकों के सभी गांवों में स्क्रीनिंग कर संदिग्धों की किट से जांच की जा रही है।
बीते 5 सालों से मलेरिया मरीजों की संख्या लगातार घट रही थी। लगातार घटते मरीजों और कम होते पाजिटिविटी रेट के चलते बरेली बीते वर्ष मलेरिया के डेंजर जोन से भी बाहर आ गया था। लेकिन इस साल अचानक मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। बीते साल 12 जून तक जहां मलेरिया मरीजों की संख्या महज 113 थी वहीं इस वर्ष मलेरिया पीड़ितों की संख्या बढ़कर 178 हो गई है। इसमें 65 मरीज तो बीते दो सप्ताह में ही मिले हैं। बरसात के पहले ही मलेरिया संक्रमण का हमला डेढ़ गुना होने से आईडीएसपी अलर्ट हो गया है।
शेरगढ़ और मीरगंज सबसे ज्यादा प्रभावित
जिले में अब तक मिले मलेरिया मरीजों में 55 प्रतिशत शेरगढ़ और मीरगंज ब्लॉक के हैं। दोनों ही ब्लॉक बीते दो साल से मलेरिया प्रभावित हैं। इस साल भी यहां तेजी से मलेरिया के मरीज मिल रहे हैं। अब स्वास्थ्य विभाग दोनों ब्लाकों के प्रभावित गांवों में स्क्रीनिंग अभियान चला रहा है। बुखार के मरीजों की किट से मलेरिया जांच की जा रही है।
बीते साल मिले थे मलेरिया के 1805 मरीज
बीते साल जिले में 1805 मलेरिया मरीज थे। बीते पांच साल में यह रोगियों की सबसे कम संख्या थी। उसके पहले वर्ष 2021 में 2200 से अधिक मरीज मिले थे। इस साल जितनी तेजी से मरीज बढ़ रहे हैं, उससे आशंका है कि मलेरिया का हमला बीते साल से तेज हो सकता है।