मेरठ
लोकसभा चुनाव से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव को बड़ा झटका लगा है। समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में गए जयवीर सिंह पर सपा ने दो बार जिलाध्यक्ष का दांव खेला, लेकिन दोनों ही बार जयवीर सिंह सपा को गच्चा दिया। जयवीर सिंह एक बार भाजपा का दामन थाम लिया।
जिला पंचायत सदस्य के साथ ही जिला सहकारी बैंक चेयरमैन रहे जयवीर सिंह ने वर्ष 2009 से 2017 तक 9 साल सपा के जिलाध्यक्ष रहकर पार्टी का सबसे लंबे समय तक जिलाध्यक्ष का रिकॉर्ड भी बनाया था। लेकिन वर्ष 2018 में मेरठ में हुए आरएसएस के राष्ट्रोदय कार्यक्रम में जयवीर सिंह आरएसएस के गणवेश में शामिल हुए तो पार्टी ने उन्हें छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। हालांकि कुछ दिन बाद ही पार्टी में फिर शामिल कर लिया था।
गत 7 अप्रैल को पार्टी ने निकाय चुनाव से पहले उनपर भरोसा जताते हुए एकबार फिर उन्हें जिलाध्यक्ष की कमान दी थी, लेकिन पार्टी को चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। उनके जिलाध्यक्ष बनाए जाने से सपाई नाराज थे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के रोड शो से पहले मुस्लिम क्षेत्र में जयवीर सिंह के गणवेश वाले फोटो के साथ पोस्टर भी लगाकर उनका विरोध किया गया था। चुनाव में बड़ी हार के बाद से ही सपाई उन्हें हटवाने में लगे थे और एक खेमा इसमें कामयाब भी हो गया था। लेकिन पत्र जारी होने से पहले ही जयवीर सिंह ने भाजपा का पटका पहन लिया।