मुंबई
देश की प्रमुख एफएमसीजी कंपनियों में से एक हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) के 205 मैनेजरों की सैलरी पिछले साल एक करोड़ रुपये से अधिक रही। कंपनी में सालाना एक करोड़ रुपये से अधिक सैलरी पाने वाले कर्मचारियों की संख्या में 2022 के मुकाबले 25 फीसदी तेजी आई है। फाइनेंशियल ईयर 2022 में कंपनी में ऐसे मैनेजर्स की संख्या 163 थी। हालांकि इनमें केवल 33 फीसदी की उम्र ही 40 साल से कम है।
हालांकि एचयूएल के करोड़पति क्लब में 40 साल के कम उम्र के कर्मचारियों की संख्या में कमी आई है। करीब एक दशक तक इस क्लब में आधे सदस्यों की उम्र 40 साल से कम थी। 31 मार्च, 2023 तक एचयूएल के कुल कर्मचारियों की संख्या 6,697 थी। एक साल पहले यह संख्या 8,480 थी। हालांकि कंपनी का कहना है कि एक साल पहले इसमें ग्रुप की दूसरी कंपनियों की संख्या भी शामिल थी।
एचयूएल के टैलेंटेड कर्मचारियों की एफएमसीजी सेक्टर में काफी मांग है। स्टार्टअप कंपनियां और डायरेक्ट टु कंज्यूमर फर्म्स कंपनी के टॉप टैलेंट को अपनी तरफ खींचने की कोशिश करती रहती हैं। एग्जीक्यूटिव सर्च फर्म ईएमए पार्टनर्स इंडिया (EMS Partners India) के के एमडी के सुदर्शन का कहना है कि एचयूएल जैसी कंपनियों टैलेंट हंटिंग ग्राउंड बन गया है। न केवल एमएफसीजी कंपनियां बल्कि कंज्यूमर फेसिंग डी2सी ब्रांड्स भी शामिल हैं। ऐसे में एचयूएल जैसी कंपनियों को अपने टैलेंट बनाए रखने के लिए लगातार खुद को अपडेट करना होगा। हाल के वर्षों में एचयूएल के कई टॉप अधिकारियों ने दूसरी एफएमसीजी कंपनियों का रुख किया है।
टैलेंट रोकने के लिए क्या कर रही कंपनी
दो साल पहले एचयूएल में गुड्स एंड रिफ्रेशमेंट्स में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सुधीर सीतापति ने गोदरेज कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स का दामन थाम लिया था। इसी तरह गीतिका मेहता एचयूएल में 18 साल काम करने के बाद पिछले साल Hershey India की हेड बन गई थीं। पिछले साल कोलगेट पामोलिव ने प्रभा नरसिम्हन को अपना एमडी नियुक्त किया था।
वह एचयूएल में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर थीं। हालांकि एचयूएल का कहना है कि वह अपने टॉप टैलेंट को बनाए रखने के लिए कई तरह के उपाय कर रही है। कंपनी ने अपनी सालानी रिपोर्ट में कहा कि उसका एट्रिशन रेट एफएमसीजी इंडस्ट्री के बेंचमार्क से कम है। पिछले फाइनेंशियल ईयर में एचयूएल की सेल 16 फीसदी तेजी के साथ 58,154 करोड़ रही जबकि प्रॉफिट 13 परसेंट की तेजी के साथ 9,962 करोड़ रुपये रहा।