नई दिल्ली
JSW ग्रुप के प्रेसिडेंट सज्जन जिंदल MG मोटर्स इंडिया में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने जा रहे हैं। MG मोटर्स इंडिया शंघाई बेस्ड SAIC मोटर की सहायक कंपनी है। ये माना जा रहा है कि MG मोटर इंडिया में जिंदल के पास करीब 45-48% ओनरशिप होगी। जबकि डीलर्स और भारतीय कर्मचारियों के पास 5-8% होने की संभावना है। बची हुई हिस्सेदारी SAIC के पास ही रहेगी। सरकार द्वारा इस डील को अप्रूव करने के लिए भारतीय संस्थाओं के पास 51% इक्विटी का रहना जरूरी है। इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, इस डील से जुड़े सूत्रों ने साफ किया है कि JSW स्टील और JSW एनर्जी इसमें शामिल नहीं होगीं। ये दोनों JSW ग्रुप की लिस्डेट कंपनियां हैं। बता दें कि MG मोटर इंडिया भारतीय बाजार में प्रीमियम और लग्जरी कार बेचती है। इसी ने देश में पहली इंटरनेट कनेक्टिविटी वाली कार भी लॉन्च की थी।
डील में टॉप मैनेजमेंट का बड़ा हिस्सा
इस डील को लेकर एक सीनियर गवर्नमेंट अधिकार ने बताया कि अगले कुल सालों में भारत की लिस्टिंग के साथ ये चीनी यूनिट की बजाय एक भारतीय यूनिट बन जाएगी। माना जा रहा है कि इस डील में कंपनी की टॉप मैनेजमेंट और बोर्ड में शामिल भारतीयों का बड़ा हिस्सा होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, ET ने 13 जून को रिपोर्ट दी थी कि चीनी मोबाइल फोन मैन्युफैक्चर्स से भी अनुरोध किया गया है कि वे अपने भारतीय ऑपरेशंस में इंडियन इक्विटी पार्टनर और सीनियर मैनेजमेंट को भी शामिल करें।
कंपनी का मूल्यांकन करीब 12,300 करोड़ रुपए
सज्जन जिंदल और उनके बेटे पार्थ ने इस अलायंस के संबंध में SAIC लीडरशिप के साथ विचार-विमर्श करने के लिए हाल ही में चीन का दौरा किया था। कई महीनों से चल रही बातचीत में अब तेजी आई है, क्योंकि दोनों पक्षों के बीच डील स्ट्रक्चर पर सहमति बन गई है। MG मोटर इंडिया का मूल्यांकन लगभग 1.2 से 1.5 बिलियन डॉलर (करीब 9,800 से 12,300 करोड़ रुपए) होने का अनुमान है। ये डील से जुड़े सोर्स द्वारा बताए गए 8 से 10 बिलियन डॉलर की की तुलना में काफी कम है।
डील के लीगल एग्रीमेंट पर काम शुरू
इस डील को लेकर औपचारिकता पूरी हो चुकी है। अब इसे लेकर लीगल एग्रीमेंट बनाना शुरू हो गए हैं। माना जा रहा है कि अगले 3 से 4 महीनों के अंदर इन्हें भी पूरा कर लिया जाएगा। इस डील के साथ दोनों कंपनियों का इरादा एक नई ब्रांड पहचान बनाने का है। SAIC ने पहले ही भारत में लगभग 5,000 करोड़ रुपए का निवेश कर चुकी है। वो इतनी ही राशि का निवेश और करने को तैयार है। हालांकि, दोनों देशों के बॉर्डर पर चल रहे तनाव के चलते 2020 से प्रस्ताव में देरी हुई है। इसी की वजह से MG मोटर ने भारत में अपने ऑपरेशंस को बनाए रखने के लिए अपनी पैरेंट कंपनी से एक्सटर्नल कमर्शियल पर भरोसा किया है।
हर साल MG मोटर को मिल रही ग्रोथ
MG मोटर भारतीय बाजार में एस्टर, हेक्टर और ग्लॉस्टर जैसी लग्जरी कार बेच रही है। इसके साथ वो कॉमेट और ZS जैसे इलेक्ट्रिक मॉडल भी सेल करती है। इसकी कारों की डिमांड भारतीय बाजार में लगातार बढ़ रही है, लेकिन ये डिमांड बेहद सुस्त है। कंपनी की सालाना सेल्स 50 हजार यूनिट के करीब है। फाइनेंशियल ईयर 2023 में 48,866 यूनिट्स की बिक्री हुई। ये फाइनेंशियल ईयर 2022 से 21% है। MG मोटर के पास इस समय देश की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार कॉमेट EV भी है। जिसकी शुरुआती कीमत 7.98 लाख रुपए है।