नई दिल्ली
केंद्र सरकार ने अपने उन अधिकारियों को अपनी सीट पर ही योग करने की सलाह दी है जो व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देते हुए इससे इनकार कर रहे हैं। सरकार ने ऐसे अधिकारियों से एक छोटा सा 'योग ब्रेक' लेते हुए अपने कार्यालय की कुर्सी पर ही बैठकर योग करने का फरमान जारी किया है। आयुष मंत्रालय के तहत मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योग द्वारा तैयार वाई-ब्रेक एट वर्कप्लेस प्रोटोकॉल सरकारी कर्मचारियों को काम के बीच कुछ मिनटों के भीतर खुद को तनाव मुक्त करने, तरोताजा होने और फिर से ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।
इनमें आसन, प्राणायाम और ध्यान सहित कुछ 'हल्के' योग अभ्यास शामिल हैं। डीओपीटी ने सोमवार को सभी केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों को भेजे एक संदेश में कहा, 'अधिकारी अब अपनी ऑफिस की कुर्सी पर बैठकर योग का अभ्यास कर लाभ उठा सकते हैं।' वाई-ब्रेक प्रोटोकॉल अभ्यास आयुष मंत्रालय की वेबसाइट पर चार अलग-अलग वीडियो में उपलब्ध है।
कार्यस्थल पर इसका अभ्यास करने वाले कर्मचारी अपने कार्यालय की कुर्सी पर बैठकर या अपने डेस्क के पास खड़े होकर ऐसा कर सकते हैं। डीओपीटी ने कहा, "प्रोटोकॉल की प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक रही है।" वाई-ब्रेक मॉड्यूल 5-6 मिनट से अधिक नहीं चलता है। यह सांस लेने की तकनीक और दिमाग को आराम देने के लिए ध्यान के अलावा हाथ-पैर फैलाते हुए सरल आसन का उपयोग सिखाता है। नियमित आधार पर अभ्यास करने पर यह सरकारी कर्मचारियों के सामान्य स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। उनकी उत्पादकता को भी बढ़ाता है।
'योगा इन चेयर' विशेष रूप से वरिष्ठ अधिकारियों के लिए है। ये अधिकारी लंबी बैठकों और एक ही दिन में कई फाइलों को संभालने के बोझ के कारण अपनी शारीरिक या मानसिक तंदुरूस्ती पर ध्यान देने के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं।