हर साल आषाढ़ गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है. एक साल में दो गुप्त नवरात्रि, एक चैत्र नवरात्रि और एक शारदीय नवरात्रि होती है. गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों के अलावा 10 महाविद्याओं का भी पूजन होता है. तंत्र-मंत्र की साधना के लिए गुप्त नवरात्रि अच्छी मानी जाती है. इस बार आषाढ़ गुप्त नवरात्रि पूरे 9 दिन की है. 9 दिन की नवरात्रि को शुभ माना जाता है. कि आषाढ़ गुप्त नवरात्रि कब से है? कलश स्थापना का मुहूर्त क्या है? देखें आषाढ़ गुप्त नवरात्रि व्रत कैलेंडर भी.
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2023 प्रारंभ
पंचांग के अनुसार, इस साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 18 जून रविवार को सुबह 10 बजकर 06 मिनट से प्रारंभ हो रही है. यह तिथि अलगे दिन सोमवार 19 जून को सुबह 11 बजकर 25 मिनट तक है. प्रतिपदा तिथि 19 जून को मान्य है, इसलिए आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 19 जून से प्रारंभ होगी.
वृद्धि योग में आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2023
इस साल 19 जून को प्रारंभ हो रही आषाढ़ गुप्त नवरात्रि वृद्धि योग में है. उस दिन वृद्धि योग सुबह से लेकर देर रात 01 बजकर 15 मिनट तक है. वृद्धि योग में आप जो भी कार्य करेंगे, उसके फल में वृद्धि होगी.
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2023 कलश स्थापना मुहूर्त
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की कलश स्थापना 19 जून को सुबह और दोपहर में की जा सकती है. सुबह में घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 05 बजकर 23 मिनट से 07 बजकर 27 मिनट तक है. यह 2 घंटे से कुछ अधिक का समय है. इसमें अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त भी सुबह 05:23 बजे से सुबह 07:08 बजे तक है. यह मुहूर्त कलश स्थापना के उत्तम है.
यदि आप सुबह में कलश स्थापना न कर पाएं तो दोपहर का अभिजित मुहूर्त भी घटस्थापना के लिए शुभ होता है. उस दिन घटस्थापना का दोपहर अभिजित मुहूर्त 11 बजकर 55 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट तक है.
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2023 कैलेंडर
19 जून 2023, सोमवार: घटस्थापना या कलश स्थापना, मां शैलपुत्री पूजा
20 जून 2023, मंगलवार: ब्रह्मचारिणी पूजा
21 जून 2023, बुधवार: चन्द्रघण्टा पूजा
22 जून 2023, गुरुवार: कूष्माण्डा पूजा
23 जून 2023, शुक्रवार: स्कन्दमाता पूजा
24 जून 2023, शनिवार: कात्यायनी पूजा
25 जून 2023, रविवार: कालरात्रि पूजा
26 जून 2023, सोमवार: दुर्गा अष्टमी, महागौरी पूजा
27 जून 2023, मंगलवार: सिद्धिदात्री पूजा
28 जून 2023, बुधवार: नवरात्रि पारण