लखनऊ
सरकारी कार्यालयों के नाम पर 31 होमगार्डों की फर्जी ड्यूटी दिखाकर सरकारी खजाने को लाखों की चपत लगाई गई। जबकि जिन होमगार्डों के नाम पर पैसा निकाला गया उनकी ड्यूटी शासन के कार्यालयों में थी। ऑडिट में मामला पकड़ा गया तो आरोपी ब्लॉक अफसर (बीओ) सुरेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है। जबकि एक अन्य मामले में 20 जवानों को दो बार भुगतान के मामले में सहायक कमांडेंट और लिपिक को भी निलंबित किया गया है।
फर्जी अनुबंध कर होमगार्ड दिए
जिला होमगार्ड कमाण्डेंट की शुरूआती जांच में सामने आया है कि निलंबित बीओ (ब्लॉक अफसर) सुरेश सिंह ने एक सरकारी संस्थान से होमगार्ड तैनाती का फर्जी अनुबंध तैयार किया। संस्थान को होमगार्ड उपलब्ध कराने के बारे में कमाण्डेंट कार्यालय को कोई जानकारी नहीं दी गई। शासन में लगे होमगार्डों की ड्यूटी फर्जी अनुबंध वाली संस्था में भी दिखा दी गई और भुगतान करा लिया गया। अभी इस बात की जांच हो रही है कि यह फर्जीबाड़ा कितने समय से किया जा रहा था।
होमगार्डों के खाते में दो जगह से करा रहा था भुगतान
निलंबित बीओ (ब्लॉक अफसर) सुरेश सिंह शासन में लगे करीब 31 होमगार्डों से साठगांठ कर इनकी ड्यूटी फर्जी अनुबंधित संस्थान में भी लगा दी। इन होमगार्डों के बैंक खाते में दैनिक भत्ते का भुगतान दोनों जगहों से हो रहा था। पैसा होमगार्डों के खाते में जा रहा था। बचने के लिए होमगार्डों के दो खाते भी खोलवा रखे थे। भुगतान दो अलग-अलग खातों में होने के नाते देर से मामला पकड़ में आया।
सभी होमगार्ड भी जांच के दायरे में
एक ड्यूटी और दो खातों में भुगतान के मामले में 31 होमगार्ड भी फंसेंगे। इनसे भी सवाल होंगे कि एक ड्यूटी के डबल भुगतान में इनकी क्या भूमिका रही। अंदेशा जताया जा रहा है कि इन होमगार्डों की भी फर्जी भुगतान में मिलीभगत थी। इनके खाते में पैसे जाते थे और कैश में वापस ले लिए जाते थे।
सहायक जिला कमाण्डेंट समेत दो निलंबित
जिला कमाण्डेंट कार्यालय में करीब 20 होमगार्ड जवानों का भुगतान दो बार करने के मामला सामने आया है। ऑडिट में मामला पकड़ में आने पर जिला कमाण्डेंट अतुल सिंह ने आरोपी सहायक जिला कमाण्डेंट केके मिश्रा व बाबू रणधीर को निलंबित कर दिया है।
2019 में फर्जी मस्टर रोल सत्यापन कर हुआ था लाखों का घोटाला
नोयडा व गाजियाबाद के साथ ही लखनऊ में नवम्बर 2019 में गुडम्बा व विभूतिखण्ड थानों में तैनात होमगार्डों के ड्यू्टी के मास्टर रोल फर्जी सत्यापित कर लाखों रुपये का घोटाला पकड़ा गया था। इस प्रकरण में तत्कालीन जिला होमगार्ड कमाण्डेंट कृपाशंकर पाण्डेय समेत कम्पनी कमाण्डर, बीओ समेत कइयों को निलंबित किया गया था। शासन ने प्रदेश के सभी जिलों के होमगार्डों के 34 माह के बकाया एरियर भुगतान पर रोक लगा दी थी। जांच के बाद एरियर जारी किये थे।
जिला कमाण्डेंट अतुल सिंह ने बताया कि एक सरकारी संस्थान के नाम होमगार्डों की फर्जी ड्यूटी लगाकर भुगताान कराने के आरोप में बीओ सरेश सिंह को निलंबित किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। बीओ ने बिना विभाग की अनुमति के यह होमगार्ड लगाए थे। एक अन्य मामले में करीब 20 होमगार्डों का दो बार भुगतान करने पर सहायक जिला कमाण्डेंट केके मिश्रा व बाबू रणधीर को निलंबित किया गया है।
होमगार्ड मुख्यालय हुआ सख्त, कमाण्डेंट को दिए निर्देश
शासन में तैनात बीओ द्वारा होमगार्डों की ड्यूटी में फर्जीवाड़ा कर लाखों का भुगतान करने का मामला पकड़ में आने पर होमगार्ड मुख्यालय के अफसर हरकत में आए। सोमवार को मुख्यालय की ओर से प्रदेश के सभी डीआईजी, मण्डलीय व जिला कामण्डेंट सख्त हिदायत दी गई है कि होमगार्डों की ड्यूटी का सही से सत्यापन करने के बाद ही भुगतान करें। शासन, कलेक्ट्रेट, थाना व अन्य जगहों पर लगे होमगार्डों की ड्यूटी की सही से निगरानी करें। होमगार्डों की ड्यूटी की निगरानी में पर्यवेक्षकों पर नजर रखे है। ड्यूटी स्थलों का निरीक्षण करें। ड्यूटी सत्यापित होने के बाद ही हाजिरी ऑन लाइन लगाएं। सभी को निर्देश दिया है कि यदि लखनऊ जैसी घटना किसी भी जिले में होती है, तो इसके लिए अधिकारी जिम्मेदार होंगे। कठोर कार्रवाई की जाएगी।