लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ब्रह्म दत्त हत्याकांड के आरोपी संजीव माहेश्वरी जीवा की बुधवार को लखनऊ के सिविल कोर्ट में बदमाशों ने गोलीमार कर हत्या कर दी। इस हत्या का आरोप शूटर विजय यादव पर लगा था। इसके बाद से पुलिस इस मामले में जांच कर रही थी और शूटर से लगातार पूछताछ कर रही थी। सोमवार को शूटर विजय यादव उर्फ आनंद के कबूलनामे का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वह दावा कर रहा है कि काठमांडू में जिस व्यक्ति से उसकी मुलाकात हुई थी उसका नाम असलम नाम है।
बता दें कि, संजीव माहेश्वरी जीवा की हत्या के बाद पुलिस ने शूटर विजय यादव को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस लगातार इस मामले में उससे पूछताछ कर रही थी। पुलिस ने इस मामले में एक बड़ा खुलासा किया था कि, जीवा को मारने के लिए शूटर को किसी ने 20 लाख की सुपारी दी थी। इसके बाद पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही थी कि शूटर को किस ने सुपारी दी थी। अब विजय ने यह कबूल किया है कि उसे असलम नाम के एक शख्स ने जीवा को मारने की सुपारी दी थी।
शूटर विजय ने बताया था कि उसका भाई आतिफ लखनऊ जेल में बंद है। संजीव ने उसकी दाढ़ी नोची है। इसलिए उस अपमान का बदला लेना है। ये कहानी वारदात के दूसरे दिन सामने आई थी, लेकिन तब ठोस सबूत नहीं थे। अब विजय का वीडियो ही सामने आ गया। पुलिस बयान की तस्दीक करने में जुटी है। शूटर विजय यादव से जेल जाने से पहले पुलिस ने अस्पताल में उससे पूछताछ की थी, जिसका एक वीडियो सामने आया है। इसमें वह कह रहा है कि नेपाल के काठमांडू में असलम नाम के शख्स से उसकी मुलाकात हुई थी। असलम ने ही उसे 20 लाख की सुपारी दी थी। इस दावे में कितनी सच्चाई है कि ये आगे की जांच में सामने आएगा।
शूटर को असलम के आदमी ने मुहैया कराया असलहा
शूटर विजय से की गई पूछताछ में पता चला कि, जिस असलहे से संजीव की हत्या की गई, वो भी उसे असलम के आदमी ने मुहैया कराया था। सूत्रों के मुताबिक, विजय ने पूछताछ में बताया है कि असलम से डील फाइनल करने के बाद वह बहराइच के रास्ते लखनऊ पहुंचा था। यहीं पर असलम के एक आदमी ने उसको रिवाल्वर उपलब्ध कराई। उसी ने संजीव की पहचान कराई। उसे संजीव की एक फोटो भी दी गई थी। ताकि संजीव की पहचान करने में दिक्कत न आए। फिलहाल पुलिस मामले में जांच कर रही है।