भोपाल
मोबाइल फोन चोरी होने या गुम हो जाने पर उसे ब्लॉक करने के लिए फरियादी को अब पुलिस थाने के चक्कर नहीं लगाना पड़ेंगे। मध्य प्रदेश पुलिस ने अपनी ई-एफआईआर दर्ज करने में मोबाइल ब्लॉक करने का भी ऑप्शन जोड़ दिया है। इस ऑप्शन के जरिए अब फरियाद अपना मोबाइल चोरी होने या गुम जाने पर मोबाइल को तत्काल ब्लॉक करवा सकते हैं।
दरअसल इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि पुलिस ऐसे मोबाइल को जल्द रिकवर कर सकेगी। ब्लॉक मोबाइल फोन में जैसे ही दूसरी सिम लगाई जाएगी, यह जानकारी तत्काल पुलिस के पास तक पहुंच जाएगी। इसके जरिए पुलिस मोबाइल ऑपरेट करने वाले तक पहुंच जाएगी। जब वापस से पुलिस इसे फरियादी को सौंप देगी उसके बाद पुलिस की वेबसाइट की ही मदद से इसे अनब्लॉक भी किया जा सकेगा।
तीन जगह होती है ई-एफआईआर
पुलिस ने ई-एफआईआर की एमपी ईकॉप एप के अलावा एमपी पुलिस और एमपी सिटिजन सर्विस नाम से दो वेबसाइट हैं। जिन पर मोबाइल फोन गुमने या चोरी हो जाने की शिकायत दर्ज की जाती है। डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्युनिकेशन (डीओटी) ने सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्ट्री (सीईआईआर) को भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए हाल ही में लांच किया है। ये भारत में सभी मोबाइल ऑपरेटर्स के आईएमईआई डेटाबेस से कनेक्ट करता है।
इसे फेक मोबाइल को खत्म करने और मोबाइल चोरी को कम करने के लिए उद्देश्य से तैयार किया गया है। सीईआईआर एप को अब मध्य प्रदेश पुलिस ने अपने ई-एफआईआर दर्ज करने वाले एप और दोनों वेबसाइट से जोड़ दिया है।
यह नई सेवा हमने अपने एप और वेबसाइट से जोड़ दी है। इससे फरियादी अपने मोबाइल चोरी होने या गुमने पर ब्लॉक कर सकेंगे। इसके जरिए अब मोबाइल चोरी करने वाले तक भी पुलिस और आसानी से अब पहुंच सकती है।
चंचल शेखर, एडीजी एससीआरबी