नईदिल्ली
भारत में कुछ गेम्स का Game Over होने वाला है। जी हां, केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि केंद्र सरकार देश में तीन तरह को गेम्स को पूरी तरह से बैन करने की तैयार कर रही है। ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर चंद्रशेखर ने कहा कि केंद्र सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग को लेकर फ्रेमवर्क तैयार कर लिया है। मंत्री ने कहा, "सरकार उन गेम्स को भारत में बैन करेगी, जिनमें सट्टेबाजी शामिल है या जो यूजर्स के लिए हानिकारक हो सकते हैं या फिर जिसमें लत लगने का खतरा शामिल हो"। अगर किसी गेम में इनमें से कोई भी कारण पाया गया, तो उसे बैन कर दिया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि नियमों को नोटिफाई किए जाने की तारीख से 90 दिनों के भीतर सही गेम्स को मंजूरी देने वाले सेल्फ-रेगुलेटरी ऑर्गनाइजेशन का गठन किया जाना चाहिए। उन्होने आगे कहा कि "अगले 90 दिनों में, जैसा कि हम एसआरओ की प्रतीक्षा कर रहे हैं, सरकार इस पर निर्णय लेगी कि क्या सही है और क्या नहीं।"
फिलहाल एआई से नौकरी जाने का खतरा नहीं
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी के MoS ने यह भी उल्लेख किया कि सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या किसी अन्य तकनीक को यूजर्स को नुकसान पहुंचाने के दृष्टिकोण से रेगुलेट करेगी। एआई के डेवलपमेंट से नौकरी छूटने के डर को दूर करते हुए मंत्री ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से नौकरियों को कोई खतरा नहीं होगा, लेकिन यह 5-7 साल बाद हो सकता है।
चंद्रशेखर ने कहा "एआई या किसी भी रेगुलेशन के प्रति हमारा दृष्टिकोण यह है कि हम इसे यूजर्स के नुकसान के दृष्टिकोण के माध्यम से रेगुलेट करेंगे। यह एक नई फिलॉसफी है, जो 2014 से शुरू हुआ है कि हम डिजिटल नागरिकों की रक्षा करेंगे। हम डिजिटल नागरिकों को नुकसान पहुंचाने वाले प्लेटफार्मों की अनुमति नहीं देंगे। यदि वे यहां काम करते हैं, तो वे यूजर्स के नुकसान को कम करेंगे।"