भोपाल
विदेश में उच्च शिक्षा के लिए अब आठ लाख रुपये वार्षिक आय वाले एससी और एसटी वर्ग के विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्ति मिलेगी। इसके लिए सरकार नियमों में संशोधन करने जा रही है। बीते दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर में इसकी घोषणा की थी। अभी जिन विद्यार्थियों या अभिभावक की वार्षिक आय छह लाख रुपये है, उन्हें ही छात्रवृत्ति की पात्रता है। इसके साथ ही मानविकी विषय को भी छात्रवृत्ति योजना में शामिल किया जाएगा। इसके लिए अनुसूचित जाति कल्याण विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे कैबिनेट की अनुमति के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।
कैबिनेट की मीटिंग में प्रस्तुत किया जाएगा प्रस्ताव
सरकार ने वर्ष 2014 में एससी-एसटी के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति के लिए पात्रता वार्षिक आय सीमा पांच लाख से बढ़ाकर छह लाख रुपये की थी। मुख्यमंत्री ने इसे आठ लाख रुपये करने की घोषणा की थी। एससी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए प्रविधान किया जा चुका है। अब उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने वाले विद्यार्थियों को योजना का लाभ देने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए अनुसूचित जाति कल्याण विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे अंतिम निर्णय के लिए कैबिनेट में प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें अब मानविकी विषय को भी शामिल किया जा रहा है।
विद्यार्थियों की संख्या 50 ही रहेगी
अभी स्नातकोत्तर एवं पीएचडी के लिए इंजीनियरिंग, प्योर साइंस एवं एप्लाइड साइंस, एग्रीकल्चर साइंस, मेडिकल, मैनेजमेंट, इंटरनेशनल कामर्स एवं एकाउंटिंग फायनेंस, फारेस्ट्री एंड नेचरल साइंस एवं विधि पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति की पात्रता है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि योजना में विद्यार्थियों की संख्या पूर्वानुसार पचास ही रहेगी, इसलिए सरकार पर कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आएगा।