नईदिल्ली
ई दिल्लीः तिहाड़ जेल में बंद कैदियों का भार कम करने लिए दिल्ली में मंडोली जेल और रोहिणी जेल बनाई गई, लेकिन मौजूदा समय में तिहाड़ से लेकर रोहिणी और मंडोली जेल तीनों में क्षमता से अधिक कैदियों को रखा गया है। तीनों जेल में कैदियों की रखने की क्षमता करीब 10 हजार है, लेकिन अभी यहां करीब 19 हजार 900 कैदियों को रखा गया है।
जेल में कैदियों की सुरक्षा से लेकर मेडिकल जांच, उनकी काउंसिलिंग और पढ़ाई तक लिए सरकार ने अधिकारी, कर्मचारी और डाक्टरों को रखा हुआ है। हाल में हुई टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के अलावा समय-समय पर इन तीनों जेलों में कैदियों के बीच मारपीट और खुदकुशी करने के मामले सामने आते हैं। इसकी बड़ी वजह तीनों जेलों में स्टाफ की कमी भी है।
आंकड़े बताते हैं कि तिहाड़ समेत तीनों जेलों में सुपरिंटेंडेंट से लेकर फोर्थ क्लास तक के पद खाली पड़े हुए हैं। इस बात का खुलासा पीपीएम के निदेशक जीशान हैदर की आरटीआई से हुआ है। जिसमें पता चला है कि तीनों जेल में कुल 3259 पद हैं। इसमें 2538 पद पर ए क्लास से लेकर डी क्लास के पद भरे हुए हैं, लेकिन अभी भी 721 पद खाली हैं।
पद | कुल पद | भरे पद | खाली पद |
जेल कैडर स्टाफ | 2365 | 1853 | 512 |
मेडिकल स्टाफ | 140 | 102 | 38 |
पैरा मेडिलक स्टाफ | 182 | 131 | 51 |
फोर्थ क्लास स्टाफ | 163 | 158 | 05 |
फैक्ट्री स्टाफ | 08 | 03 | 05 |
आईटी स्टाफ | 04 | 01 | 03 |
टीचिंग स्टाफ | 10 | 00 | 10 |
अन्य स्टाफ | 285 | 193 | 92 |
महत्वपूर्ण पद जो हैं खाली
पद | कुल पद | भरे पद | खाली पद |
जेल सुपरिंटेंडेंट | 18 | 16 | 02 |
असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट | 312 | 214 | 98 |
वॉर्डर | 1235 | 956 | 279 |
मेटरन | 176 | 113 | 63 |
हेड वॉर्डर | 416 | 379 | 37 |
काउंसलर | 40 | 30 | 10 |