भोपाल
प्रदेश में चुनाव का समय नजदीक आने के साथ बीजेपी ने कांग्रेस की क्रेडिबिलिटी को भी चुनावी मुद्दा बनाने का फैसला किया है। इसके बाद यह साफ है कि प्रदेश में कांग्रेस की क्रेडिबिलिटी की बखिया उधेड़ने हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक में चुनाव के समय किए गए वायदों को पूरा करने से पीछे हटने की कांग्रेस सरकारों की कार्यशैली जनता के बीच पहुंचाई जाएगी।
इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत सवा करोड़ महिलाओं के खाते में एक-एक हजार रुपए डालने के साथ कर चुके हैं। चुनावी वादों के बीच जनता को भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता अपनी लोक लुभावन योजनाओं से साधने की कोशिश में जुट गए हैं। प्रदेश में सरकार होने के कारण बीजेपी ने जहां योजनाओं की घोषणा करने के साथ उसका लाभ दिलाने का काम भी शुरू कर दिया है
वहीं कांग्रेस ने वचन पत्र में अपने वादे दर्ज करने के साथ जनता के बीच उसकी घोषणा कर विश्वास जीतने की नीति पर अमल शुरू किया है। भाजपा का कहना है कि हमने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में एक हजार रुपए देने की बात कही और यह राशि भी बहनों के खाते में पहुंच गई है। आने वाले समय में इसमें तीन हजार रुपए तक की बढ़ोतरी की जाएगी।
चार राज्यों की इन कमजोरियों को बताएगी बीजेपी
भाजपा के अनुसार देश में छत्तीसगढ़, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है, इनमें से तीन में नवम्बर में चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में इन राज्यों में चुनाव के समय किए गए कांग्रेस के वादों और उस पर अमल की असलियत जनता को बीजेपी बताएगी। छत्तीसगढ़ सरकार पर बीजेपी ने जो वादे पूरे नहीं करने के आरोप लगाए हैं
उसमें वृद्धों और किसानों को पेंशन नहीं मिलना, बेरोजगारी भत्ता नहीं मिलना, शराब बंदी नहीं होना, लोकपाल नहीं बन पाना, आपातकाल को छोड़ एक किसान का कर्ज माफ नहीं होना, प्रधानमंत्री अन्न योजना में डाका, धान चोरी, रेत माफिया, नशा माफिया को बढ़ावा देना, खराब कानून व्यवस्था समेत अन्य मामले शामिल हैं। इसी तरह बीजेपी कर्नाटक में 200 यूनिट तक फ्री बिजली एक जुलाई 2023 से देने के पहले बिजली के दामों में 2.89 रुपए की वृद्धि को भी मुद्दा बनाने की तैयारी में है। जून से कर्नाटक में बिजली 2.89 रुपये प्रति यूनिट बढ़ने जा रही है।
कांग्रेस की फितरत ही झूठे वादे करना और सत्ता में आते ही उससे पलट जाने की रही है। मध्यप्रदेश में किसानों की कर्जमाफी, बेरोजगारी भत्ता देने के वायदे करने के बाद सरकार आने के बाद कमलनाथ सरकार बाद में पलट गई थी। कर्नाटक में बिजली बिल माफ करने के बजाय बिल बढ़ा दिए।
हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल के दाम बढ़ाकर जनता को झटका दिया और कहा कि पांच साल में कभी भी वादा पूरा करेंगे। ऐसे ही फिर एमपी में वायदों की लिस्ट तैयार करने में कांग्रेस जुटी है, जिसे जनता के बीच बताने का काम कार्यकर्ता करेंगे कि कांग्रेस सिर्फ झूठे वादे करती है।
वीडी शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा