रायपुर
नक्सलियों के खिलाफ मानसूनी सीजन में इंटेलिजेंस बेस्ड ऑपरेशन चलाया जाएगा, इसमें छत्तीसगढ़ के साथ ही तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और ओडिशा में तैनात फोर्स शामिल होगी। ऑपरेशन चलाने के पहले संबंधित राज्य को इनपुट देने के साथ ही संबंधित सीमांत क्षेत्र की घेरबंदी की जाएगी। इसकी कार्ययोजना बनाने के लिए शनिवार को पुलिस मुख्यालय में बैठक हुई, जिसमें डीजीपी अशोक जुनेजा, (chhattisgarh news) एडीजी विवेकानंद सिन्हा, आईबी के एडिशनल डायरेक्टर रित्विक रुद्रा, आईजी ओपी पाल समेत सीआरपीएफ, बीएसएफ के अलावा ओडिशा, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के एडीजी से लेकर डीआईजी स्तर के अधिकारी शामिल हुए।
सिमट रहा नक्सलियों का दायरा
इस दौरान राज्य के सीमांत और अंदरूनी इलाकों में सक्रिय नक्सलियों का सफाया करने पर चर्चा की गई। बताया जाता है कि आगामी विधानसभा चुनाव और बारिश के दौरान बस्तर की विपरीत स्थिति को देखते हुए इसकी योजना बनाई गई है। (cg naxal news) इसमें सीमित दायरे में फोर्स का मूवमेंट कराने और ऑपरेशन चलाने पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक के दौरान ऑपरेशन से जुडे़ अधिकारियों ने बताया कि अब नक्सलियों का दायरा लगातार सिमट रहा है।
खुफिया रिपोर्ट साझा
बैठक के दौरान नक्सलियों के मूवमेंट, उनके आर्थिक मददगार और गतिविधियों का साझा किया गया। बताया जाता है कि चारों राज्यों में सक्रिय नक्सलियों के संगठन और हथियारों एवं संसाधनों पर विचार विमर्श किया गया। बता दें कि प्रत्येक तीन महीने में पड़ोसी राज्यों के (chhattisgarh news) साथ इंटरस्टेट कोऑर्डिनेशन को लेकर बैठक का आयोजन किया जाता है।
हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल
बारिश के दौरान अंदरूनी इलाकों की स्थिति को देखते हुए फोर्स का मूवमेंट हेलीकॉप्टर से कराने पर विचार-विमर्श हुआ। (cg naxal news today) फोर्स के अधिकारियों ने जंगल के अंदर बारिश का पानी आने के कारण आवागमन के मार्गों पर चर्चा की। आपात स्थिति में स्थानीय नागरिकों की सहायता और फोर्स के लिए जरूरत के अनुसार हेलीकॉप्टर का उपयोग करने पर सहमति जताई। (cg raipur news) वहीं मादक पदार्थो और लकड़ी की तस्करी पर रोक लगाने पर चर्चा हुई।