नई दिल्ली
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने मल्लिकार्जुन खड़गे के द्वारा भेजे गए पत्र का जवाब पीएम मोदी के बजाय उनके चार सांसदों ने भेजा इसके लिए गुस्सा जताया है। एक ट्वीट ने चिंदबरम ने पीएम मोदी पर लोकतांत्रिक और सहिष्णु नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भेजे गए पत्र का जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद देने के बजाय भाजपा सांसदों से दिलवाना उनकी पार्टी की असहिष्णुता का एक और बड़ा उदाहरण है। बता दें बीते सप्ताह शुक्रवार की शाम ओडिशा के बालासोर में जो बड़ी और दर्दनाक ट्रेन दुर्घटना हुई थी इसको लेकर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा था और कई सवाल उठाए थे। जिसके बाद पीएम मोदी के बजाए भाजपा के चार सांसदों ने खड़गे के पत्र का जवाब देते हुए उन पर पलटवार किया था।
जानिए चार सांसदों ने पत्र में लिखा क्या था
पूर्व मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा समेत कर्नाटक के चार भाजपा सांसदों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पीएम मोदी को लिखे पत्र पर आपत्ति जताते हुए तर्क दिया था कि खड़गे के पत्र में बयानबाजी अधिक है और कम तथ्यों पर आधारित है। भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या, पीसी मोहन, एस मुनिस्वामी और गौड़ा ने खड़गे को भेजे गए पत्र में लिखा आपके कद के नेता को 'व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी' से प्राप्त तथ्यों के आधार पर पीएम को पत्र लिखना शोभा नहीं देता।
पी चिदंबरम ने भाजपा सांसदों की अलोचना की
भाजपा सांसदों के खड़गे के पत्र का जवाब देने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने खड़गे के पत्र को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए भाजपा सांसदों की आलोचना की है। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अपनी पोस्ट में लिखा राज्यसभा में विपक्ष के नेता होने के नाते मल्लिकार्जुन खड़गे प्रधानमंत्री पत्र लिखने का हक रखते हैं। कार्यशील लोकतंत्र में लोग प्रधानमंत्री से पत्र के जवाब की उम्मीद करते हैं, लेकिन हमारा लोकतंत्र ऐसा है कि प्रधानमंत्री इसे जवाब देने लायक नहीं समझते।