छत्तीसगढ़ सरकार उच्च शिक्षा और स्कूली शिक्षा को लेकर संवेदनशील और उत्कृष्ट कार्य कर रही-संतोष चौबे
कौशल विकास मे हजारों युवाओं की दक्षता पर मिल रहा रोजगार
बिलासपुर। डॉक्टर सी वी रमन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और आईसेक्ट के निदेशक संतोष चौबे ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की. संतोष चौबे ने छत्तीसगढ़ सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा और स्कूली शिक्षा को लेकर सरकार बहुत ही अच्छा कार्य कर रही है। उन्होंने विश्वविद्यालय की प्रगति और आईसेक्ट के कार्यों से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया. श्री चौबे ने मुख्यमंत्री को विश्वविद्यालय आने का निमंत्रण दिया है. जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार भी किया। मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डॉक्टर सी वी रमन विश्वविद्यालय के कार्यों की प्रशंसा की और सीवीआरयू को प्रदेश उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाला विश्वविद्यालय बताया।
कुलाधिपति संतोष चौबे ने राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की. संतोष चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य कर रही है जो कि पूरे देश के लिए एक मिसाल है उन्होंने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूलों के माध्यम से गरीब और जरूरतमंद विद्यार्थियों को आज अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा मिल रही है, ऐसा करने वाला यह देश का पहला राज्य है. उन्होंने यह भी कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल पूरी छत्तीसगढ़ सरकार उच्च शिक्षा और स्कूली शिक्षा को लेकर बेहद संवेदनशील है, यही कारण है कि युवाओं और बच्चों में शिक्षा को लेकर सजगता भी आई है. इस अवसर पर श्री चौबे ने मुख्यमंत्री को विश्वविद्यालय के संबंध में विभिन्न जानकारियां दी, उन्होंने बताया कि सी वी रमन विश्वविद्यालय की स्थापना कोटा के आदिवासी अंचल में की गई है. डॉक्टर सी वी रमन विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला निजी विश्वविद्यालय है, जो कि आदिवासी अंचल उच्च शिक्षा की अलख जगाने का कार्य कर रहा है. इसका उद्देश्य यह है कि आदिवासी, गरीब, जरूरतमंद और मुख्यधारा से दूर रहने वाले युवाओं को उच्च शिक्षा से जोड़ा जा सके. इसके लिए ग्रामीण अंचलों और वनांचल के विद्यार्थियों को निशुल्क शिक्षा भी प्रदान की जा रही है. अनुसूचित जाति, जनजाति, आदिवासी और किसानों के विद्यार्थियों को सीधे उच्च शिक्षा से जोड़ने का संकल्प विश्वविद्यालय ने लिया है, और इस संकल्प को पूरा करने के लिए विगत 17 वर्षों से विश्वविद्यालय लगातार कार्य कर रहा है. संतोष चौबे ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बताया, कि आदिवासी युवाओं को पारंपरिक शिक्षा तो प्रदान की जा रही है . इसके साथ साथ तकनीकी शिक्षा और कौशल में भी दक्ष किया जा रहा है. यहां प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र के माध्यम से अंचल के युवाओं को अनेक कौशल में दक्ष किया जा रहा है . यह प्रशिक्षण उन्हें निशुल्क दिया जाता है साथ ही साथ प्रशिक्षण पूरा होने के बाद युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय के पास है, और विश्वविद्यालय ऐसे दक्ष युवाओं को बड़ी कंपनियों में प्लेस भी कर रहा है. उन्होंने बताया कि कोटा के साथ छत्तीसगढ़ राज्य के युवा यहां से शिक्षा लेकर देश के कोने कोने में अपनी सफलता का परचम लहरा रहे हैं. मुलाकात में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्री चौबे से डॉक्टर सी वी रमन विश्वविद्यालय और आईसेक्ट के कार्यों की प्रशंसा की उन्होंने यह भी कहा कि प्रथम निजी विश्वविद्यालय होने का गौरव सी वी रमन विश्वविद्यालय को प्राप्त है , साथ ही प्रदेश में उच्च शिक्षा को बड़े मुकाम तक पहुंचाने और यहां के युवाओं को वैश्विक स्तर की शिक्षा सुविधा उपलब्ध कराने में सीवी रमन विश्वविद्यालय सराहनीय कार्य कर रहा है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव गौरव शुक्ला, सीएफएओ विनीत शुक्ला,आइसेक्ट के राज्य समन्वयक शशिकांत वर्मा मौजूद रहे।
35 वर्षों से आज तक शहरी से ग्रामीण अंचल तक कर रहा कार्य
संतोष चौबे ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को यह भी बताया कि आईसेक्ट पिछले 35 वर्षों से अधिक समय से शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ दूरस्थ ग्रामीण अंचल, वनांचल, मजरा टोला, में कार्य कर रहा है. शिक्षा के साथ-साथ यह लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए भी संकल्पित होकर कार्य कर रहा है . इंटरनेट बैंकिंग, चॉइस सेंटर सहित अनेक बुनियादी जरूरतों को पूरा कर रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि आइसेक्ट केंद्र सरकार और राज्य सरकार के साथ विभिन्न योजनाओं में कंधे से कंधा मिलाकर जमीनी स्तर पर कार्य कर रहा है।