धार
कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने कहा कि भगवान राम को लंका तक पहुंचाने वाले आदिवासी थे। मैं तो कहता हूं कि हनुमान भी आदिवासी थे। गर्व से कहो कि हम आदिवासी हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा को चुनाव के समय आदिवासियों की याद आती है। जबकि कांग्रेस हमेशा आदिवासियों के साथ खड़ी रहती है। आदिवासी आने वाले समय में विधानसभा चुनाव में भाजपा को जवाब देगी। उन्होंने बड़ी संख्या में उपस्थित आदिवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया में राजा-महाराजाओं की कहानी लिखी जाती है जबकि आदिवासी इतिहास रचते हैं। भाजपा के लोगों ने हमेशा आदिवासियों को नीचा दिखाने का प्रयास किया है।
इसके पहले विधायक सिंघार की अगुवाई में नगर में बाइक रैली निकाली गई। दोपहर को विजय स्तंभ से प्रारंभ रैली में डीजे के पीछे बड़ी संख्या में बाग और टांडा क्षेत्र से आए ग्रामीण युवा बाइक पर सवार होकर कांग्रेस का झंडा लहराते शामिल हुए। रैली के दौरान रास्ते में शुक्रवार को अनावरित महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर सिंघार ने माल्यार्पण किया। सिंघार रैली के साथ जबरेश्वर मंदिर तक पैदल चले और वहां से पाडल्या घाट पहुंचकर टंट्या मामा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
पश्चात आयोजित सभा में उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लिया। लाड़ली बहना को लेकर तंज कसा कि सरकार के पास पैसे बांटने के लिए कोई प्रमाण नहीं है। सरकार के पास तीन-चार महीने का पैसा है। पेसा एक्ट को लेकर कहा कि केवल कागजों में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को अधिकार दिए हैं। माइनिंग से जुड़े अधिकार बड़े घरानों से लेकर गांव को देना चाहिए। सत्ता में आदिवासियों को अधिकार देने की पुरजोर मांग रखी। सभा को कई लोगों ने संबोधित किया।
विद्युत समस्याओं को लेकर भाकिसं ने सौंपा ज्ञापन सरदारपुर। भारतीय किसान संघ द्वारा विद्युत समस्याओं को लेकर कार्यपालन यंत्री एवं राजस्व संबंधित समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन तहसीलदार दीपाली जाधव को सौंपा। भारतीय किसान संघ अध्यक्ष राधेश्याम बडगौता ने बताया कि क्षेत्र के किसान विद्युत समस्याओं को लेकर परेशान हैं।
इसी प्रकार ग्राम चालनी, गुमानपुरा, भानगढ़, धुलेट, टीमायची, एहमद आदि गांवों में ट्रांसफार्मर से लेकर बिजली के झूलते तारों की समस्या बनी हुई है। समस्याओं का शीघ्र समाधान करने की मांग की गई। शीघ्र समस्याओं का समाधान नहीं होने पर संघ आंदोलन करने को बाध्य होगा। ज्ञापन देते समय जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह राठौड़, शंकरलाल हामड, अंबाराम धाकड़, भरत पटेल, जगदीश नागौर, अनोखीलाल पाटीदार, रूपचंद, हेमा भायल आदि उपस्थित थे।