बिहार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों मौसम बिहार ऐप का लोकार्पण किया था। इसके तहत सूबे की हर पंचायत से मौसम का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। यह ऐप पांच दिन आगे तक के मौसम की जानकारी सहजता से दे सकता है। हालांकि इस अवधि को दस दिन करने की योजना पर भी काम हो रहा है। बारिश के बाद जलजमाव की जानकारी पहले मिलने से उससे जुड़ी योजना बनाने में मदद मिलेगी। जहां-जहां जल जमाव की स्थिति पैदा होगी वहां उसे दूर करने की योजना पर पहले ही काम हो सकेगा। इससे बड़ी राहत मिलेगी। जिन इलाकों में पानी जमा होने की संभावना होगी, वहां उसकी निकासी के लिए पहले ही योजना बनायी जा सकेगी। इससे शहरों में कई-कई दिनों तक रहने वाले जलजमाव से मुक्ति मिलेगी। सरकार और स्थानीय प्रशासन को भी काम करने में सुविधा होगी। आम लोग भी फजीहत से बचेंगे।
योजना एवं विकास विभाग के निदेशक संजय पंसारी बताते हैं कि इसके लिए प्रखंड और पंचायत में मौसम सेवा केन्द्रों को अपग्रेड किया जाएगा। दरअसल, इस समय बिहार में बारिश, ठंड, तापमान, बिजली गिरने का पूर्वानुमान तो जारी किया जा रहा है, लेकिन जलजमाव को लेकर ऐसी कोई तकनीक नहीं है।
पिछले दिनों विभाग ने अमेरिकी संस्था की मदद लेने का फैसला किया था। इस प्रक्रिया में अमेरिकी तकनीक के आधार पर एक मशीन लर्निंग प्रणाली विकसित की जानी है जो इससे जुड़े डाटा को संग्रहित करती है और फिर उस आधार पर जलजमाव का पूर्वानुमान जारी किया जाएगा। इसके लिए जमीनी स्तर के मौसम अवलोकन, मौसम पूर्वानुमान और उपग्रह-आधारित रिमोट सेंसिंग से प्रमाणिक पूर्वानुमान निर्धारित किया जाएगा।
हम जल जमाव से जुड़े पूर्वानुमान की तकनीक पर काम कर रहे हैं। इसकी भविष्यवाणी भी संभव होगी। जल जमाव के पूर्वानुमान से कई तरह की समस्याएं दूर करने में सुविधा होगी। इससे भविष्य की योजना बनाने में भी मदद मिलेगी। – बिजेन्द्र प्रसाद यादव, योजना एवं विकास मंत्री