कांग्रेसियों ने बिरसा जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि, डाला गया प्रकाश
सिंगरौली
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव व गांधी चौपाल के जिला समन्वयक अमित द्विवेदी के आयोजकत्व में देश की स्वतंत्रता के लिये अपने प्राणो की आहुति देने वाले वीर आदिवासी नेता व जननायक बिरसा मुण्डा की पुण्यतिथि 9 जून को मल्हार पार्क के पास (बस स्टैण्ड) बैढऩ में स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी ।
वही बिरसामुण्डा के पुण्यतिथि के अवसर पर कार्यवाहक अध्यक्ष रामअशोक शर्मा ने कहा कि बिरसामुण्डा एक युवा स्वतंत्रता सेनानी और एक आदिवासी नेता थे और बिरसा ने अपना अधिकांश बचपन अपने माता-पिता के साथ एक गांव से दूसरे गांव में घूमने में बिताया और वह छोटा नागपुर पठार क्षेत्र में मुण्डा जनजाति के थे और इसी तरह से पिछड़ा वर्ग प्रदेश उपाध्यक्ष रामशिरोमणि शाहवाल ने कहा कि बिरसामुण्डा आदिवासियों के भगवान थे ।
वही भारतीय जमीदारों और जागीदारों तथा ब्रिटिश शासको के शोषण की भठ्ठी में आदिवासी समाज झुलस रहा था और मुण्डा लोगो के घिरे हुयें जीवन स्तर से खीन्न बिरसा सदैव उनके उत्थान और गरिमा कुल जीवन के लिए चिंतित रहा करते थे और उन्हे भगवान ने धरती पर नेेक कार्य के लियें भेजा था और इसी तरह प्रदेश कांग्रेस सचिव अमित द्विवेदी ने कहा कि बिरसा मुण्डा ने अंग्रेजो के द्वारा लागू की गयी जमीदार प्रथा और राजस्व व्यवस्था के साथ जल जंगल जमीन की लड़ाई छेड़ी थी और सूदखोर महाजनों के खिलाफ भी जंग का ऐलान किया था और आदिवासी उन्हें भगवान का दर्जा देते थे ।
बिरसामुण्डा आदिवासी गांवो में घूम-घूम कर धार्मिक राजनैतिक प्रवचन देते हुए मुण्डाओं का राजनैतिक सैनिक संगठन खड़ा करने में सफल हुयें और ब्रिटिश नौकरशाही को करारा जवाब देते हुयें आंदोलन की नींव रखी थी ।
उक्त पुण्यतिथि के अवसर पर रेनू शाह पूर्व महापौर, नागेन्द्र प्रताप सिंह, अशोक शाह, सुदामा कुशवाहा, रामब्रिज कुशवाहा, अवनीश दुबे, विद्यापति शाह, पार्षद रामगोपाल पाल, पार्षद रविन्द्र पटेल, अजमुन रजा, गंगा प्रसाद शाह, ज्ञानेन्द्र पाठक, संजय शाह, आरिफ पठान, शेख हुसैन, रामरक्षा केवट, बृजेश शर्मा, श्यामाचरण शर्मा, दीपक पाण्डेय, राहुल पाण्डेय, इन्द्रेश सेन, रमाशंकर पनिका, राजेन्द्र गोड सहित भारी संख्या में कांग्रेसी नेता पदाधिकारी मौजूद रहे ।