मुंबई
मुंबई के मीरा रोड इलाके में खुद से 24 साल छोटी लिव इन पार्टनर सरस्वती का हत्यारा मनोज साने लगातार कहानियां गढ़ रहा है। उसने गुरुवार को पूछताछ में बताया था कि सरस्वती का उसने कत्ल नहीं किया है बल्कि वह जब एक 3 जून को घर लौटा तो सरस्वती मृत मिली थी। सरस्वती ने जहर खाकर जान दी थी और उसके मुंह से झाग निकल रहा था। अब उसका कहना है कि सरस्वती के शव के टुकड़े कर उन्हें ठिकाने लगाने के बाद मैं भी जान देने वाला था। उससे पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, अन्यथा मैं अपनी जान दे देता।
मनोज साने ने पूछताछ में कहा कि मैंने भी अपनी जान देने का फैसला कर लिया था। सरस्वती के शव को ठिकाने लगाने के बाद अपनी जान देता और मुझे उसकी हत्या करने का कोई दुख नहीं है। हालांकि उसकी कहानी पर पुलिस क्या किसी को भी शायद ही यकीन होगा। इसकी वजह यह है कि यदि उसे जान देनी ही थी तो वह शव को ठिकाने लगाने की कोशिश में क्यों था। इसके अलावा सरस्वती के जहर खाकर मरने और खुद के अरेस्ट होने से डर की बात वह क्यों कर रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और मनोज साने के विरोधाभासी बयानों का भी वेरिफिकेशन करने में जुटी है।