कानपुर
जनवरी में दोस्त की बारात में रीवा गए कानपुर के अभय सचान (32 वर्ष) डांस करते वक्त चकराकर गिरे और उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने कहा-मृत्यु हार्ट फेल से हुई। पिछले डेढ़-दो साल में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं। जवान दिलों पर आखिर कौन सी गाज गिर रही है? इसकी खोज अब आईआईटी कानपुर करेगा। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी में बड़ी रिसर्च शुरू होगी। इसके लिए दुनिया भर से उन पोस्ट-डॉक्टर फेलो को आमंत्रित किया गया है, जो इंजीनियरिंग या विज्ञान की किसी शाखा में पीएचडी कर चुके हैं। इसमें नारायना हेल्थ, एसजीपीजीआई जैसे बड़े मेडिकल संस्थानों के चिकित्सक भी मदद करेंगे।
ताकि पहले पता चले हार्ट अटैक की आशंका
हार्ट अटैक की जानकारी पहले मिल सके, इसके लिए सिस्टम विकसित करने की तैयारी है। इसके लिए विशेषज्ञ एमआरआई और ईसीजी के डाटा के आधार पर कार्डियो इलेक्ट्रो फिजियोलॉजी सिमुलेटर का प्रयोग करेंगे। आईआईटी की रिपोर्ट के मुताबिक 22 जून तक सभी आवेदन आने के बाद अगले दो माह में रिसर्च प्रक्रिया शुरू होगी। आईआईटी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के मुताबिक रिसर्च के बाद हार्ट अटैक के खतरे को टालने के उपाय ज्यादा सटीक ढंग से करने की सूरत निकल सकेगी।