रायपुर
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ी लोक संगीत के पुरोधा स्वर्गीय श्री खुमान साव व आदिवासियों के उत्थान के लिए आजीवन संघर्ष करने वाले महान क्रांतिकारी जननायक श्री बिरसा मुण्डा को उनकी पुण्यतिथि 9 जून के अवसर पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
बघेल ने साव को उन्हें याद करते हुए कहा कि श्री साव ने चंदैनी गोंदा के माध्यम से छत्तीसगढ़ी लोक कला को संवारने में अपना पूरा जीवन लगा दिया। लोक कला की सेवा के लिए उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलाकार कभी दुनिया से विदा नहीं लेते बल्कि, अपनी कला के माध्यम से वे हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने श्री मुण्डा को नमन करते हुए कहा कि श्री मुण्डा आदिवासी चेतना के प्रणेताओं में से एक थे। उन्होंने आदिवासियों को एकत्र कर जल, जंगल और जमीन पर अधिकारों के लिए आंदोलन चलाया। उनके शौर्य और बलिदान की गाथा आज भी करोड़ों लोगों को प्रेरित करती हैें। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री बिरसा मुण्डा ने हमें सिखाया कि सामूहिक इच्छाशक्ति, हथियारों की शक्ति पर भी भारी पड़ती है। उनका अदम्य साहस हम सबके लिए प्रेरणादायी है। श्री बघेल ने कहा कि आदिवासियों को उनका अधिकार दिलाना और स्वाभिमान की रक्षा बिरसा मुंडा जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।