बेंगलुरु
पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख एचडी देवेगौड़ा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए तैयार हो रहे विपक्षी दलों के गुट में शामिल होने से लगभग मना कर दिया है। साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों को आईना भी दिखाया है। देवगौड़ा ने मंगलवार को पार्टी दफ्तर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रयासों पर आधारित एक सवाल के जवाब में कहा, "मुझे एक ऐसी पार्टी ऐसी दिखाइए जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा से जुड़ी न हो। पूरे देश में एक पार्टी दिखा दीजिए। इसके बाद मैं इसका जवाब दूंगा।"
मंगलवार को बेंगलुरु के जेपी भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए देवगौड़ा ने कहा, 'मुझे दिखाओ कि देश में कोई ऐसी पार्टी है जो बीजेपी से कभी हाथ नहीं मिलाई है। या मिला रही है। इसके बाद मैं विपक्षी दलों की एकता के बारे में बात करूंगा। सभी पार्टियां प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से भाजपा से हाथ मिला लिया है। इनमें कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता भी शामिल हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि जेडीएस को अगले लोकसभा चुनाव की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, "अब जिला पंचायत, तालुक पंचायत, बीबीएमपी चुनाव आ रहे हैं। इन चुनावों में पार्टी को मिले जन समर्थन के आधार पर यह तय किया जाएगा कि कितने निर्वाचन क्षेत्रों और किन-किन सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ना है।" 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए विपक्षी दलों के एक साथ आने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पार्टी ने कोई फैसला नहीं किया है। उन्होंने कहा, "हमने कोई फैसला नहीं किया है। सबसे पहले हम स्थानीय निकाय चुनावों के लिए पार्टी को मजबूत करना चाहते हैं।"
2024 में लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। देवगौड़ा ने कहा, "मैं अब 91 साल का हो गया हूं। अब लोकसभा चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता है। पार्टी तय करती है कि किसे मैदान में उतारा जाए। पार्टी कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव की हार से निराश नहीं होना चाहिए। पार्टी में सभी स्तरों पर बदलाव किया जाएगा। हमारा अगला लक्ष्य पार्टी को फिर से मजबूत बनाना है।''