नई दिल्ली
जी-20 पर्यटन कार्य समूह और जी-20 मंत्रिस्तरीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए गोवा पहुंचने वाले प्रतिनिधियों और मंत्रियों के प्रस्तावित कार्यक्रमों के इतर योग दिवस के अवसर पर वहां के एक लोकप्रिय समुद्र तट और एक इंडोर स्टेडियम में योग सत्रों में भाग लेने की उम्मीद है।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
जी-20 पर्यटन कार्य समूह की चौथी बैठक और जी-20 मंत्रिस्तरीय बैठक 19 से 22 जून तक गोवा में होनी है। मालूम हो कि हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।
कार्यक्रमों की योजना से परिचित लोगों ने कहा कि चूंकि, जी-20 कार्यक्रम योग दिवस के आसपास हो रहे हैं, इसलिए प्रतिनिधि अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा 'गोवा में योग' का भी अनुभव ले सकेंगे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ''जी-20 मंत्री डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में योग सत्र में हिस्सा लेंगे, जबकि प्रतिनिधि गोवा के डोना पाउला समुद्र तट पर कुछ आसन करेंगे।''
जी-20 पर्यटन कार्य समूह (टीडब्ल्यूजी) की चौथी बैठक 19-20 जून को होगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने 30 मई को गोवा में कहा था कि बैठक का उद्देश्य वैश्विक पर्यटन उद्योग के समक्ष मौजूद चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करना और उनसे निपटना है।
अधिकारी ने कहा था कि टीडब्ल्यूजी बैठक के बाद जी-20 मंत्रिस्तरीय बैठक 21-22 जून को होनी है, जिसमें जी-20 देशों के पर्यटन मंत्री और अन्य आमंत्रित अतिथि कार्य समूह की पिछली बैठकों के परिणामों पर चर्चा करेंगे और पर्यटन सहयोग पर एक संयुक्त घोषणा को स्वीकार करेंगे।
उन्होंने कहा था, ''गोवा बैठक के बाद दो अहम कार्यक्रम होंगे। कार्य समूह की बैठकों और मंत्रिस्तरीय बैठक के अंत में, हम सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने के एक साधन के रूप में पर्यटन के लिए गोवा रोडमैप और कार्य योजना घोषित करने जा रहे हैं।''
भारत के जी-20 पर्यटन ट्रैक के तहत, टीडब्ल्यूजी पांच आपस में जुड़े प्राथमिकता वाले क्षेत्रों-हरित पर्यटन, डिजिटलीकरण, कौशल विकास, पर्यटन एमएसएमई और गंतव्य पर काम कर रहा है। ये प्राथमिकताएं पर्यटन क्षेत्र में बदलाव में तेजी लाने और 2030 के एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अहम हैं।
अधिकारी ने कहा था कि पर्यटन कार्य समूह और अन्य विचार-विमर्श के अंत में एक 'मंत्रिस्तरीय विज्ञप्ति' भी जारी की जाएगी, जो गोवा रोडमैप को आत्मसात करेगी।
तत्कालीन केंद्रीय पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने 26 मई को कहा था कि ये दो दस्तावेज 22-24 मई को जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में आयोजित तीसरी पर्यटन ट्रैक बैठक के दो प्रमुख परिणाम थे और जी-20 के सदस्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को लेकर व्यापक रूप से एक समझौते पर पहुंच गए हैं।
टीडब्ल्यूजी की पहली बैठक गुजरात के कच्छ के रुन्न में हुई थी, जबकि दूसरी बैठक पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग में आयोजित की गई थी।