भोपाल
मध्यप्रदेश में विधानसभा का मानसून सत्र जुलाई महीने में शुरू होने जा रहा है. पांच दिवसीय मानसून सत्र के विषय में अधिसूचना जारी कर दी गई है. यह 10 जुलाई से शुरू होकर 14 जुलाई तक चलने वाला है. इस विधानसभा सत्र के दौरान सरकार अनुपूरक बजट पेश करेगी. इसके अलावा विभिन्न विधेयकों समेत कई मुद्दों को सदन में रखे जाने की उम्मीद है.
मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में 10 जुलाई को शुरू होने वाला विधानसभा का मानसून सत्र बेहद अहम माना जा रहा है. यह सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के लिए विधानसभा चुनावों में निर्णायक भूमिका में नजर आ सकता है. इसके अलावा राज्य के नीति निर्माण के लिए यह सत्र अहम भूमिका निभाएगा. गौरतलब है कि सरकार वर्तमान वित्तीय वर्ष का पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी. इसके साथ ही ऑनलाइन जुए पर लगाम लगाने के लिए भी संशोधन विधेयक पेश किया जा सकता है.
यह 15 वीं विधानसभा का आखिरी सत्र
गौरतलब है कि यह मानसून सत्र 15वीं विधानसभा का आखरी सत्र होने जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. आपको बता दें कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र नवंबर-दिसंबर में बुलाया जाता है, लेकिन चुनाव होने के कारण अक्टूबर में मध्यप्रदेश में आचार संहिता लागू हो जाएगी. इस वजह से शीतकालीन सत्र नहीं होगा. यही वजह है कि यह 15 वीं विधानसभा का आखरी सत्र होगा. इसके बाद साल 2024 में 16वीं विधानसभा के गठन के बाद ही सत्र बुलाया जा सकेगा.
फरवरी में हुआ था विधानसभा का बजट सत्र
मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 27 फरवरी को शुरू हुआ था. इस बजट सत्र में 1 मार्च को मध्यप्रदेश का बजट पेश किया गया था. जिसमें सरकार ने राज्य विधानसभा में 3.14 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया था. अब 10 जुलाई को शुरू होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र में प्रथम अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा. इसके साथ ही ऑनलाइन जुए के नियंत्रण के लिए संशोधन विधेयक पेश किया जाएगा. वहीं अन्य विधेयकों को भी सदन में रखा जाएगा.