एमबी पावर में संपन्न हुआ पर्यावरण पखवाड़ा
जैतहरी
" छोटे-छोटे बदलावों से बड़े बदलाव का रास्ता साफ होता है। हम अपने घरों से इसकी शुरुआत कर सकते हैं, जहां असंवेदनशील जीवनशैली के कारण बिजली, पानी, खाद्य पदार्थों व अन्य प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग एक जटिल समस्या है। वहीं उद्योग जगत की प्राथमिकता है प्रकृति और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाए रखना।" एमबी पावर परिसर में आयोजित पर्यावरण पखवाड़ा के समापन समारोह में मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, शहडोल, के क्षेत्रीय अधिकारी संजीव मेहरा ने यह कहा।
उन्होंने कहा कि एमबी पावर द्वारा परित्यक्त खदानों और गड्ढायुक्त भूखंडों का फ्लाई ऐश से भराव और ट्रेन के जरिए इसे सीमेंट सयंत्रों तक पहुंचाना पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनुकरणीय पहल है। 18 मई से 5 जून तक आयोजित पर्यावरण पखवाड़े के समापन समारोह में कंपनी के सीओओ एवं प्लांट हेड बसंता कुमार मिश्रा ने कहा कि जब तक हर नागरिक में पर्यावरण के प्रति कर्तव्यबोध नहीं होगा, सिर्फ कानून से समस्या का समाधान नहीं होगा। उन्होंने प्लास्टिक प्रदूषण को सभ्यता के लिए बड़ा खतरा करार दिया। इस मौके पर कंपनी के आपरेशन एंड मेनटेनेंस हेड अजित चोपड़े ने कहा कि हमारी जीवनशैली पर्यावरण विरोधी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने प्लास्टिक उत्पादों के इस्तेमाल को लेकर संवेदनशील होने पर जोर दिया। सेफ्टी एवं पर्यावरण विभाग के प्रमुख डा. भोला प्रसाद कुशवाहा ने पर्यावरण संरक्षण के लिए कंपनी द्वारा उठाए गये कदमों पर व्यापक रोशनी डाली। मानव संसाधन एवं प्रशासन विभाग के प्रमुख आरके खटाना ने पर्यावरण को लेकर कंपनी परिसर में की गयी जागरुकता पहल पर रोशनी डालते हुए परिसर को पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से आदर्श और अनुकरणीय बनाने पर जोर दिया।
पर्यावरण पखवाड़ा के दौरान पर्यावरण थीम पर केंद्रित आनलाइन क्विज, पेंटिंग, पोस्टर, स्लोगन लेखन और संभाषण प्रतियोगिताओं, अपशिष्ट प्रबंधन प्रशिक्षण सत्र और सामूहिक पौधारोपण का आयोजन हुआ, जिनमें कंपनी कर्मियों, कामगारों, कंपनी टाउनशिप की महिलाओं और बच्चों ने उत्साहित भागीदारी निभायी। समापन दिवस पर सुबह संयंत्र परिसर में एक जागरुकता रैली निकाली गयी और सभी को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गयी। समापन समारोह में कंपनी प्रबंधन के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा इन प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूनेप) के मार्गदर्शन में आयोजित होने वाले इस वैश्विक कार्यक्रम का उद्देश्य है पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना। इस साल विश्व पर्यावरण दिवस का थीम था 'प्लास्टिक प्रदूषण को हराएं।"