पटना
बिहार के भागलपुर में गंगा पर बन रहा निर्माणाधीन पुल रविवार की शाम को भरभराकर गिर गया। पुल का निर्माण खगड़िया के अगुवानी व भागलपुर के सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर किया जा रहा था।
ताजा खबर यह है कि इस पूरे घटनाक्रम पर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बयान दिया है। तेजस्वी का कहना है कि उन्होंने पहले ही इस पुल की डिजाइन पर सवाल उठाए थे। डिजाइन गलत था। निर्माण एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। काली सूची में भी डाला जाएगा। निर्माण के ध्वस्त होने की वजह से हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई भी संबंधित निर्माण एजेंसी को करनी होगी। सरकार पर इसका कोई आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा।
बकौल तजस्वी, ये पुल पहली बार नहीं गिरा, अप्रैल 2022 में भी यह निर्माणाधीन पुल गिरा था। पथ निर्माण विभाग का काम संभालने के बाद हमने पुल गिरने की जांच IIT रुड़की से कराई थी। जांच में पता चला कि गंगा नदी पर बन रहे पुल के डिजाइन में ही खामी थी। हमने पहले ही इस पुल को लेकर आशंका जताई थी। अभी इस पुल के पिलर संख्या- 5 को लेकर IIT बॉम्बे की रिपोर्ट आना बाकी है।
इस पुल के निर्माण में 1710.77 करोड़ की लागत आ रही है। चार साल पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका शिलान्यास किया था। अगुवानी की ओर से पिलर संख्या 10, 11, 12 और निर्माणाधीन आधा 13 नंबर पिलर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। रविवार को तीनों पिलरों पर काम नहीं चल रहा था।
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से मामले की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने पुल के सुपर स्ट्रक्चर के गिरने की घटना की विस्तृत जांच कराने के बाद दोषियों को चिह्नित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।