अमेरिका
जिस तरह से कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी अमेरिका की यात्रा के दौरान लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावार है उसपर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पलटवार किया है। एस जयशंकर ने कहा कि जब कोई विदेश जाता है तो, कभी-कभी राजनीति से भी बड़ी चीजें होती है। केपटाउन में ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने के बाद एस जयशंकर ने कहा कि मैं खुद के लिए बात कर सकता हूं, मैं विदेशी दौरे पर राजनीति नहीं करता हूं। एस जयशंकर ने कहा कि देखिए जब मैं विदेश के दौरे पर होता हूं तो मैं कोशिश करता हूं कि मैं सिर्फ खुद के लिए बात करूं, राजनीति नहीं करूं।
विदेश मंत्री ने कहा कि मैं बहस करने के लिए तैयार हूं और बहुत गहराई तक बहस कर सकता हूं, लेकिन यह मैं भारत में होने के दौरान करना पसंद करता हूं। आप मुझे कभी भी विदेश में ऐसा करते नहीं देखेंगे। लेकिन मुझे लगता है कि लोकतांत्रिक संस्कृति में कुछ सामूहिक जिम्मेदारी होती है। एस जयशंकर ने कहा कि मैं किसी से पूरी तरह से अलग राय रख सकता हूं, मैं आपसे यह कह सकता हूं कि मैं आपसे अलग राय रख सकता हूं। लेकिन मैं इसपर कैसे जवाब देता हूं, यह मैं घर वापस जाकर, इसका जवाब देना चाहूंगा। जब मैं घर वापस जाऊं तो आप मुझे देखिएगा। जयशंकर ने कहा कि भारत की विदेश नीति का एक हिस्सा विदेश में भारतीय नागरिकों के हितों की रक्षा करना है। जिस तरह से भारतीयों का वैश्वीकरण हुआ है, उस बीच यह जरूरी है कि मुश्किल परिस्थितियों के लिए एक व्यवस्था है।
कुछ हफ्तों पहले सूडान में स्थिति काफी बदतर थी, हमारे 5000 भारतीयों की पिछले साल जान चली गई थी। जब मैं पिछले 9 साल को देखता हूं, तकरीबन हर साल हमारे साथ विदेश में अलग-अलग देश में स्थिति मुश्किल रही है। लिहाजा यह वह चीज है हमेशा होती रहेगी। हमारा यह दायित्व है कि हम भारतीयों का खयाल रखें। विदेश मंत्री ने कहा कि कभी-कभी लोगों को विमान की सुविधा मुहैया कराना, कभी-कभी विदेश में लोग फंसे हो, उनके पास वापस आने के लिए पैसा ना हो। कभी-कभी ऐसी भी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति होती है कि लोगों की विदेश में मृत्यु हो जाती है।