नई दिल्ली
इंग्लैंड की टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ने टेस्ट क्रिकेट में एक नया इतिहास लिख दिया है। वह टेस्ट क्रिकेट में शून्यमात्र योगदान देकर भी टीम को जीत दिलाने में सफल रहे। इससे पहले इस फॉर्मेट में किसी भी कप्तान ने इस उपलब्धि को हासिल नहीं किया, जो बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरा हो और गेंदबाजी भी नहीं की हो। यहां तक कि वह विकेटकीपर भी नहीं था। हां, एक कैच जरूर उन्होंने पकड़ा।
बेन स्टोक्स दुनिया के पहले ऐसे कप्तान बन गए हैं, जिन्होंने ना तो मैच में बल्ला पकड़ा, ना गेंदबाजी के लिए आए और ना ही वे विकेटकीपर थे। बावजूद इसके इंग्लैंड की टीम को बड़ी जीत मिली। इंग्लैंड की टीम ने आयरलैंड को चार दिवसीय टेस्ट मैच के तीसरे दिन ही चारों खाने चित कर दिया और 10 विकेट के अंतर से जीत लिया। एशेज सीरीज से पहले इंग्लैंड ने अच्छी तैयारी कर ली है।
इस मैच की बात करें तो आयरलैंड ने पहले बल्लेबाजी की। आयरिश टीम 56.2 ओवर में 172 रन ही बना सकी। इंग्लैंड की ओर से स्टुअर्ट ब्रॉड ने 5 विकेट चटकाए। तीन विकेट जैक लीच को मिले और दो सफलताएं मैथ्यू पॉट्स को मिलीं। इस पारी में स्टोक्स का कोई योगदान नहीं था। बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम ने ओली पोप के दोहरे शतक, बेन डकेट की 182 रन की पारी। जैक क्राउले और जो रूट के अर्धशतकों के दम पर 524/4 रन बनाए और पारी घोषित कर दिया। स्टोक्स बल्लेबाजी के लिए भी नहीं आए।
ऐसे में आयरलैंड की टीम को फिर से बल्लेबाजी के लिए आना पड़ा और टीम 9 विकेट खोकर 362 रन बना सकी। एक बल्लेबाज चोटिल था, जो बल्लेबाजी नहीं कर सका। स्टोक्स इस पारी में गेंदबाजी करने के लिए भी नहीं दिखाई दिए। वहीं, इंग्लैंड के बल्लेबाज जैक क्राउले ने चार गेंदों में 3 चौके लगाकर मैच खत्म कर दिया। इस तरह बेन स्टोक्स का योगदान इस मैच में कुछ भी नहीं था। उनको इस मैच के लिए करीब 16 हजार पाउंड मैच फीस मिलेगी। उन्होंने इस मैच में सिर्फ एक कैच पकड़ा।