भुवनेश्वर
ओडिशा के बालासोर जिले में कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन हादसा (Coromandel Express Train Accident) बहुत ही भयावह है। हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 280 हो गई है। वहीं कम से कम 900 से अधिक लोग घायल हुए हैं। केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Govt) बनने के बाद यह पहला बड़ा ट्रेन हादसा है। यह हादसा पिछले 15 सालों में देश में सबसे भीषण रेल दुर्घटनाओं में से एक है। देश में पिछली बार 2016 में बड़ी रेल दुर्घटना हुई थी। 20 नवंबर 2016 को इंदौर-पटना एक्सप्रेस कानपुर में पटरी से उतर गई थी। इसमें कम से कम 150 यात्रियों की मौत हो गई थी और 150 से अधिक घायल हो गए थे।
पिछले 10 सालों में हुए प्रमुख रेल हादसे इस प्रकार हैं:
2012 में हुए हादसे में गई थी 25 की जान
22 मई 2012 को हुए रेल हादसे में एक मालगाड़ी और हुबली-बैंगलोर हम्पी एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के करीब टकरा गई थी। ट्रेन के चार डिब्बों के पटरी से उतरने और उनमें से एक में आग लगने के कारण लगभग 25 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 43 घायल हो गए थे।
2014 में गोरखपुर में हुआ था हादसा
26 मई 2014 को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर इलाके में गोरखपुर की ओर जा रही गोरखधाम एक्सप्रेस खलीलाबाद स्टेशन के पास रुकी मालगाड़ी से टकरा गई थी। इससे उस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से ज्यादा घायल हो गए थे।
2016 में हुआ था सबसे बड़ा हादसा
20 नवंबर 2016 को इंदौर-पटना एक्सप्रेस 19321 कानपुर में पुखरायां के करीब पटरी से उतर गई। इसमें कम से कम 150 यात्रियों की मौत हो गई थी और 150 से अधिक घायल हो गए थे।
2017 में हुआ था कैफियत ट्रेन हादसा
23 अगस्त 2017 को दिल्ली की ओर आ रही कैफियत एक्सप्रेस के नौ डिब्बे उत्तर प्रदेश के औरैया के पास पटरी से उतर गए, जिससे कम से कम 70 लोग घायल हो गए थे।
मुजफ्फरनगर ट्रेन हादसे में हुई थी 23 की मौत
18 अगस्त 2017 को पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस मुजफ्फरनगर में पटरी से उतर गई। इसमें 23 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 60 अन्य घायल हो गए थे।
पिछले साल हुआ था हादसा
13 जनवरी 2022 को बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के कम से कम 12 डिब्बे पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार क्षेत्र में पटरी से उतर गए, जिससे नौ लोगों की मौत हो गई थी और 36 अन्य घायल हो गए थे।
कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन हादसा
दो जून 2023 को ओडिशा के बालासोर जिले में कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के बेपटरी होने और एक मालगाड़ी के टकराने से जुड़े रेल हादसे में कम से कम 233 लोगों की मौत हो गई जबकि लगभग 900 यात्री घायल हो गए।