आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के मसले पर कांग्रेस के भीतर मचे सियासी घमासान के बीच आप देखो और इंतजार की मुद्रा में है। पार्टी का कहना है कि दिल्ली में गठबंधन के मसले पर तब-तक कोई बात संभव नहीं है, जब तक कांग्रेस का रुख स्पष्ट नहीं हो जाता है। वहीं, पार्टी ने तय किया है कि दिल्ली में गठबंधन के मसले पर आप कोई आधिकारिक बयान देने से भी बचेगी। आप के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि लोकतंत्र व देश के संवैधानिक ढांचे की रक्षा के लिए आप कांग्रेस के साथ गठबंधन करने को तैयार है। इस बारे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत दूसरे नेताओं ने अपनी सार्वजनिक राय भी जाहिर की है। गठबंधन करने को लेकर आप का नजरिया एकदम स्पष्ट है। कांग्रेस के साथ बैठकर समझौते का कोई एक फार्मूला निकाला जा सकता है। आप नेता का कहना है कि असल अड़चन कांग्रेस की तरफ से आ रही है। चुनाव की घोषणा हो जाने के बाद भी कांग्रेस नेता अभी तक यह तय नहीं कर सके हैं कि उन्हें दिल्ली में गठबंधन करना है या वह अकेले चुनाव लड़ना चाहती है। रोजाना कांग्रेस नेताओं के विरोधाभासी बयान आ रहे हैं। ऐसे में आप के लिए बेहतर होगा कि वह वेट एंड वॉच की मुद्रा में रहे। कांग्रेस की तरफ से कोई औपचारिक प्रस्ताव दिल्ली में गठबंधन करने का आता है तो उस पर विचार करने के रास्ते खुले हुए हैं।