नई दिल्ली
साक्षी हत्याकांड के आरोपी साहिल का पुलिस के डोजियर में आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन पड़ोसियों के अनुसार साहिल का व्यवहार बेहद हिंसक था। साहिल की नानी ने बताया कि पहले ये लोग जेजे कॉलोनी शाहबाद डेरी में रहते थे, लेकिन किसी विवाद में साहिल ने युवक की पिटाई कर दी। इसके बाद पूरे परिवार को इलाका छोड़कर जैन नगर जाना पड़ गया। इसके अलावा साहिल ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक किशोर की जमकर पिटाई कर दी थी। बताया जाता है कि वह इलाके में सक्रिय असामाजिक तत्वों के साथ भी रहता था। साक्षी से बदला लेने के लिए साहिल ने दिनभर रास्ते पर नजर रखी। साथ ही घटनास्थल के पास दोस्त के साथ शराब पी।
पुलिस साहिल के जुर्म को साबित करने के लिए फेस रिकॉन्गिशन सिस्टम (चेहरा पहचान प्रणाली) का भी इस्तेमाल करेगी। इसके लिए पुलिस ने घटना से जुड़े सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर को सील कर रोहिणी स्थित फॉरेंसिक लैब में भेज दिया है। जल्द ही साहिल को भी लैब में ले जाने की तैयारी है। जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 15 गवाहों के बयान लिए हैं। इसके अलावा साहिल की मोबाइल लोकेशन भी महत्वपूर्ण सबूत है। इनमें सबसे अधिक महत्वपूर्ण सीसीटीवी कैमरे की फुटेज है, जिसमें साहिल अपराध करता हुआ दिखाई दे रहा है।
कैमरे की फुटेज से फोटो बनाई जाएगी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि एफआरएस से यह साबित होगा कि फुटेज में दिख रहा शख्स साहिल ही है या कोई और है। इसके लिए कैमरे की फुटेज से फोटो बनाई जाएगी। फिर फॉरेंसिक लैब में अलग-अलग कोणों से साहिल की वीडियो बनाकर उससे फोटो बनाई जाएगी। फिर विशेष तकनीक से दोनों फोटो का मिलान कराया जाएगा। अगर दोनों वीडियो में दिख रहा शख्स एक ही आदमी साबित हो जाता है तो यह बड़ा सबूत होगा।
पुलिस ने हत्या का सीन रिक्रिएट कराया
पुलिस ने बुधवार तड़के पूरे घटनाक्रम को दोहराया। इस दौरान पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की गई। आरोपी के साथ हत्या के बाद से लेकर बुलंदशहर जाने तक के मार्ग की पहचान की। साथ ही इसका नक्शा भी बनाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार दिनभर साहिल की दिनचर्या की जानकारी हासिल की गई। हत्या करने और उसके बाद वह कहां-कहां गया था, इसकी जानकारी ली गई। इसके लिए बुधवार तड़के करीब चार बजे कड़ी सुरक्षा के बीच साहिल को घटनास्थल पर ले जाया गया। एक महिला पुलिस कर्मी को साक्षी बनाकर सामने से आने के लिए कहा गया, जिसपर साहिल ने हमला किया। इस पूरे घटनाक्रम को साहिल के मोबाइल की लोकेशन और सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से मिलाया गया। साहिल की गुरुवार को पुलिस हिरासत समाप्त हो रही है, इसलिए उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
हत्या के बाद फेंका मोबाइल बरामद
पुलिस ने गुप्ता कॉलोनी के जंगल से साहिल का फोन बरामद कर लिया है। उसमें कई डाटा नष्ट किए जा चुके हैं, जिसे पुन: लेने के लिए फॉरेंसिक लैब में भेजा जाएगा। जांच अधिकारी ने बताया कि बड़ी मुश्किल से साहिल ने मोबाइल फेंकने की लोकेशन बताई थी। एसआई घनश्याम मीना की टीम ने आरोपी के फोन को बरामद कर लिया, लेकिन उसमें सिम नहीं था। आरोपी ने बताया कि उसने सिमकार्ड को तोड़कर फेंक दिया था। अभी तक हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद नहीं हो सका है। आरोपी ने बताया था कि उसने चाकू रिठाला के पास पेड़ के पास फेंक दिया था। पुलिस ने पूरे इलाके की छानबीन की है, लेकिन सफलता नहीं मिली है।
दोस्त के घर दिनभर शराब पी
आरोपी ने बदला लेने के लिए रविवार को दिनभर रास्ते पर नजर रखी। इसके लिए वह घटनास्थल के पास अपने दोस्त के घर शराब पी रहा था। इस बात का खुलासा आरोपी ने पुलिस पूछताछ में किया है। उसने बताया कि अपने इरादों की भनक उसने किसी को लगने नहीं दी। वह शराब पीने के बाद कुछ समय तक घूमता रहा और फिर वापस अपने दोस्त के घर आ जाता। वह आधा घंटा और रुकने के बाद जाने की सोच रहा था, लेकिन इस बीच साक्षी उसे दिख गई और उसने हमला कर दिया।
दोस्तों से भी होगी पूछताछ
पुलिस अधिकारी ने बताया कि साहिल ने हरिद्वार से चाकू खरीदा था। उस वक्त इसके कुछ दोस्त भी थे। पुलिस इन दोस्तों से भी पूछताछ कर हासिल करेगी। हालांकि इस हत्याकांड में साहिल के अलावा किसी और के होने के सबूत अभी नहीं मिले हैं, लेकिन हर एक कोण से जांच की जा रही है।