आयुष राज्य मंत्री कावरे ने मंत्रालय में की तैयारियों की समीक्षा
भोपाल
9वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
आयुष राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रामकिशोर 'नानो' कावरे ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि 21 जून को 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योगाभ्यास में अधिक से अधिक जन-भागीदारी सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचालित हेल्थ वेलनेस सेंटर पर नागरिकों को निरंतर योगाभ्यास करने के लिये प्रोत्साहित किया जाये। राज्य मंत्री कावरे आज मंत्रालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में आयुक्त आयुष श्रीमती सोनाली पोंक्षे वायंगणकर भी मौजूद थीं।
बताया गया कि प्रदेश के सभी आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी महाविद्यालय के प्राचार्यों के साथ संभागीय और जिला आयुष अधिकारियों को पत्र लिख कर सामूहिक प्रयास करने के निर्देश दिये गये हैं। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम "वसुधैव कुटुम्बकम के लिये योग'' रखी गई है। आयुक्त आयुष ने बताया कि स्वयंसेवी संगठन राम चन्द्र मिशन, हार्टफुलनेस संस्थान, गायत्री परिवार और स्वाभिमान मंच ग्राम स्तर पर योग एवं ध्यान के कार्यक्रम कर रहे हैं।
जन-अभियान परिषद ने ग्राम पंचायत स्तर पर एकात्म अभियान भी शुरू किया है। अभियान में एकात्म की अवधारणा के साथ ग्राम स्तर पर सामाजिक समरसता, उत्तम स्वास्थ्य और तनाव से मुक्ति कराते हुए प्रत्येक नागरिक के जीवन में योग शैली को विकसित किया जा रहा है। ग्राम स्तर पर योग एवं ध्यान के कम से कम 3 सत्र कराये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश के 51 पर्यटन स्थलों का चयन कर लिया गया है, जहाँ सामूहिक योगाभ्यास किया जायेगा। बैठक में आयुष ग्राम की गतिविधियों की भी समीक्षा की गई।
देवारण्य योजना की समीक्षा
आयुष राज्य मंत्री कावरे की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभाग की देवारण्य योजना में अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की गई। मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. नागार्जुन बी. गौडा ने बताया कि जिला स्तर पर औषधीय पौधों की खेती करने वाले किसानों की पहचान कर ली गई है। मंत्री कावरे ने जिले के मौसम के अनुकूल औषधीय पौधों की जानकारी तैयार करने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि करीब 26 हजार किसान, 10 हजार 340 एकड़ क्षेत्र में औषधीय पौधों की खेती कर रहे हैं। किसानों को प्रशिक्षण देने का कार्य भी निरंतर किया जा रहा है। देवारण्य की जिला स्तरीय समिति की बैठकें भी कलेक्टर की अध्यक्षता में लगातार हो रही हैं। प्रदेश में औषधीय फसलों की मार्केटिंग की व्यवस्था के लिये डाबर समेत अन्य फार्मा कम्पनी के साथ एमओयू भी किये गये हैं।