नई दिल्ली
दिल्ली में 16 साल की साक्षी को साहिल ने क्यों मारा? पुलिस इस सवाल का जवाब तलाशने में जुटी हुई है। पुलिस के मुताबिक, इस सवाल के जवान को लेकर साहिल अलग-अलग बातें कर रहा है। पुलिस के अनुसार, साहिल ने संभवत: लड़की पर हमला इसलिए किया क्योंकि उसने अपने पूर्व प्रेमी प्रवीण से मिलना शुरू कर दिया था। पुलिस ने कहा कि साहिल ने दावा किया है कि साक्षी प्रवीण के पास वापस जाने के लिए उत्सुक थी क्योंकि उसके पास मोटरसाइकिल थी। शनिवार को साक्षी ने साहिल को उससे दूर रहने की चेतावनी दी क्योंकि वह उसके साथ अपने रिश्ते को जारी नहीं रखना चाहती थी। उस वक्त वह अपनी दोस्त भावना और उसके प्रेमी झबरू के साथ थी। पुलिस ने बताया कि झबरू ने भी साक्षी के पास आने पर साहिल को पीटने की धमकी दी थी।
साक्षी ने आठ दिन पहले साहिल से अपनी दोस्ती खत्म कर दी थी। पुलिस ने यह भी कहा कि साहिल को धमकाने के लिए साक्षी ने अपनी दोस्त नीतू के पति के नाम का इस्तेमाल किया, जो इलाके का कुख्यात अपराधी है। पुलिस के मुताबिक, साक्षी और साहिल जून 2021 से साथ थे, लेकिन पिछले तीन-चार महीने से जैसे-जैसे साहिल उसके करीब आने की कोशिश करता, साक्षी उससे दूरियां बढ़ा रही थी। पुलिस ने कहा कि साहिल ने रविवार दोपहर शराब पी और साक्षी से झगड़ा किया, जो अपने दोस्त के बच्चे की बर्थडे पार्टी में जा रही थी। उसने साक्षी पर हमला कर उसकी जान ले ली। इसके बाद साहिल पास के एक पार्क में गया और कुछ देर वहां बैठा रहा। बाद में, वह रिठाला मेट्रो स्टेशन गया।
उसने दावा किया कि कि उसने चाकू को वहीं झाड़ियों में फेंक दिया और आनंद विहार बस अड्डा चला गया, जहां से उसने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के लिए बस पकड़ी। साहिल को बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया, जब उसकी बुआ ने उसके पिता को फोन किया था। फोन से उसकी जानकारी मिलने के बाद उसकी गिरफ्तारी हुई थी। वहां उसकी मेडिकल जांच के बाद सोमवार देर शाम उसे राष्ट्रीय राजधानी लाया गया।
जौनपुर में है प्रवीण
पुलिस के मुताबिक प्रवीण, जिसकी उम्र भी 20 साल के आसपास है, उत्तर प्रदेश के जौनपुर में है और उसे जांच में शामिल होने के लिए दिल्ली आने को कहा गया है। पुलिस ने कहा कि साहिल को यहां दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया और अदालत के आदेश के बाद उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि वे अपराध के दृश्य को दोहराएंगे और यह जानने के लिए साहिल के मोबाइल फोन और सोशल मीडिया खातों की भी जांच करेंगे कि वह अन्य लड़कियों के संपर्क में भी था या नहीं।
मर्डर के बाद किसी ने पुलिस को फोन नहीं किया
पुलिस के मुताबिक घटना की सूचना उसे करीब 25 मिनट बाद मिली। आसपास खड़े लोगों में से किसी ने भी पीसीआर कॉल नहीं की और एक पुलिस मुखबिर ने घटना की जानकारी दी। इसके बाद रात करीब साढ़े नौ बजे पुलिस की एक टीम को घटनास्थल पर भेजा गया। पुलिस के विशेष आयुक्त संजय सिंह ने एक ट्वीट में लोगों से शांत रहने और ऐसी असाधारण स्थिति का सामना करने पर पुलिस को बुलाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “बच्ची साक्षी की हत्या के न तो किसी चश्मदीद गवाह ने और न ही मोहल्ले के किसी व्यक्ति ने दिल्ली पुलिस को कोई पीसीआर कॉल किया।”उन्होंने कहा, “एक साधारण व्यक्ति असाधारण परिस्थितियों का सामना कर रहा है, एक साथी नागरिक को जीवन और मृत्यु की स्थिति में देखकर मदद कर सकता है। शांत रहें और 112 पर कॉल करें।”