Home विदेश यूक्रेन के आर्मी बेस पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला, तीसरा बड़ा अटैक

यूक्रेन के आर्मी बेस पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला, तीसरा बड़ा अटैक

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कीव

रूस ने पिछले 24 घंटे में यूक्रेन पर तीन बड़े हमले किए हैं। ताजा हमले में उसने यूक्रेन के आर्मी बेस पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हवाई हमला किया। रूस ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं कि वो अब जल्द ही युद्ध खत्म करना चाहता है। वहीं, राजधानी कीव में रूस ने इस महीने 16वीं बार अटैक किया है। एक साल से भी अधिक समय से चले आ रहे इस महायुद्ध का अभी तक कोई परिणाम नहीं निकल पाया है। रविवार रात को भी रूसी सेना ने कीव में कई जगहों पर क्रूज और ड्रोन हमले किए थे। हालांकि यूक्रेन का दावा है कि रूसी हमले से राजधानी के लोगों में दहशत जरूर है लेकिन, नुकसान न के बराबर है क्योंकि रूस की तकरीबन सभी मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया गया था।

रूस ने कहा कि उसकी सेना ने रात से सुबह के उजाले में यूक्रेनी हवाई ठिकानों पर हमला किया क्योंकि, यूक्रेनी बलों ने रूस के अंदर औद्योगिक सुविधाओं पर बमबारी की थी। रूस ने अपने ऐक्शन को यूक्रेन के खिलाफ जवाबी कार्रवाई बताया है। यूक्रेन में Khmelnitskiy क्षेत्रीय गवर्नर के कार्यालय ने कहा कि रूसी सेना ने बैलिस्टिक मिसाइलों से यूक्रेन के सैन्य बेस पर अटैक किया। हालांकि यह पूर्ण रूप से सैन्य बेस नहीं है, युद्ध के दौरान इसे अस्थायी रूप से ऐसा बनाया गया है। पहले यह हवाई अड्डा हुआ करता था।

यूक्रेन ने माना- नुकसान हुआ
यूक्रेन ने रूसी अटैक पर बयान दिया कि उसके आर्मी बेस पर अटैक से नुकसान जरूर हुआ है लेकिन, सही आकलन का खुलासा नहीं किया है। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए ने रक्षा मंत्रालय का हवाला देते हुए कहा कि एक से अधिक हवाई अड्डों को निशाना बनाया गया था। जबकि, अन्य हवाई ठिकानों को नुकसान की यूक्रेन से कोई पुष्टि नहीं हुई थी।

इस महीने कीव पर 16वीं बार अटैक
बमबारी की लगातार दूसरी रात के बाद इस महीने यूक्रेन की राजधानी 16वीं बार हमले की चपेट में आई। लेकिन अधिकारियों ने कहा कि रात में दागे गए ज्यादातर ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया गया। यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अमेरिका द्वारा आपूर्ति की गई पैट्रियट मिसाइल रोधी सुरक्षा की प्रशंसा की है। कहा कि इन मिसाइल रोधी सुरक्षा से रूस के हवाई हमलों को रोक पाना मुमकिन हो रहा है। उधर, कीव में लगातार बमबारी और सायरन से आम यूक्रेनियों में दहशत है। लोगों ने खुद को बचाने के लिए शेल्टर होम का सहारा ले रखा है।