आज के समय में ऑयली स्किन की समस्या हर दूसरे व्यक्ति को होती है। दरअसल, ऑयली स्किन में हमारी स्किन पर हाइपरएक्टिव सेबेसियस गंलैड तेल का उत्पादन करती है और इस से स्किन पर चिकनाहट रहती है। इस से हमारी स्किन पर धूल, मिट्टी चिपकती है और पिपंल्स जैसी समस्या होती है। ऐसा तब होता है, जब लोग ज्यादा तेल मसाले वाला भोजन करते हैं। ऑयली स्किन के कारण चेहरे पर टैनिंग, चेहरे का काला पड़ना, मुंहासे जैसी समस्या ज्यादा होती है। ऐसे में हमें अपने चेहरे को हमेशा पोंछते रहना चाहिए। इस दौरान हमें अपने चेहरे पर कोई सनस्क्रीन क्रीम लगानी चाहिए। जिससे चेहरा ड्राई ना हो।
ऑयली स्किन का कारण
स्ट्रीट फूड
यह एक अहम कारण है। जो लोग बाहर का स्ट्रीट फूड ज्यादा खाते हैं उनकी स्किन ज्यादा ऑयली हो सकती है। ऐसे लोगों की स्किन मोम की एक मोटी परत जैसी हो जाती है, ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित रहता है और आपको रह-रह कर एक्ने आदि की समस्या दे सकती है।
कॅास्मेटिक्स का ज्यादा प्रयोग
हम अपने चेहरे को ज्यादा सुंदर दिखाने के चक्कर में बहुत सारे कॅास्मेटिक्स का प्रयोग करते हैं जो ऑयली स्किन के लिए बिल्कुल सही नहीं है। कॅास्मेटिक्स में अधिक तेल होता है यह धूल, मिट्टी को अपनी तरफ खींचते हैं। हमें समय-समय पर ही इसका प्रयोग करना चाहिए।
बदलता मौसम
ऑयली स्किन का एक और कारण है बदलता मौसम। ज्यादा नमी की वजह से हमारे चेहरे से पसीना आता है जिससे चिपचिपाहट होती है। ऐसे में हमें अपने चेहरे को हमेशा वॉश करते रहना चाहिए।
उपाय
चेहरे को साफ रखना
हमेशा अपने चेहरे को हमें साफ करते रहना चाहिए। क्योंकि इससे किसी प्रकार की पिंपल्स जैसी समस्या नहीं होती और चेहरा भी साफ रहता है। गर्मी में चेहरा तेल जैसा हो जाता है जिससे चिपचिपाहचट होने लगती है। समय-समय पर इसे धो भी लेना चाहिए।
फेशियल मास्क
हमें अक्सर सोने से पहले एक बार अपने चेहरे को धो लेना चाहिए। फिर उसके बाद कोई-सा भी फेशियल मास्क का प्रयोग करें जिससे हमारे चेहरे को ठंड़क मिले। साथ ही इससे डस्ट पार्टिकल्स भी रिमूव होते हैं।
मॅाइस्चराइजर का प्रयोग करना
अपने चेहरे पर हमें तेल से मुक्त मॅाइस्चराइजर और सनस्क्रीन क्रीम का प्रयोग करना चाहिए।ऑयली स्किन को मॅाइस्चराइजर करने की भी जरूरत रहती है। इसलिए मेकअप रिमूव के बाद भी मॅाइस्चराइजर जरूर लगाएं और अपनी स्किन को हेल्दी रखें।