Home मध्यप्रदेश एयरफोर्स के अपाचे हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग कराई, दोनों पायलट सुरक्षित

एयरफोर्स के अपाचे हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग कराई, दोनों पायलट सुरक्षित

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 भिंड .

भिंड जिले में भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई है. अपाचे हेलिकॉप्टर को खेत में लैंड कराया गया है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक, तकनीकी खराबी के चलते हेलिकॉप्टर की लैंडिंग कराई गई है. हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग में दोनों पायलट पूरी तरह सुरक्षित हैं.  इमरजेंसी लैंडिंग की सूचना मिलते ही ऊमरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची।  दोनों पायलट और हेलिकॉप्टर सेफ हैं। क्रू को मदद देने के लिए एक अन्य हेलिकॉप्टर मौके पर पहुंचा है।

वायुसेना का अपाचे गयासिंह भदौरिया के खेत में लैंड हुआ है। हेलिकॉप्टर को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। कुछ ही देर में ग्वालियर से एयरफोर्स के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने ग्रामीणों को हटाया। SP मनीष खत्री ने बताया कि जानकारी मिलने पर नयागांव और उमरी थाने से पुलिस बल मौके के लिए भेजा गया।

अपाचे घातक लड़ाकू हेलिकॉप्टरों में से एक

अपाचे हेलिकॉप्टर दुनिया के घातक लड़ाकू हेलिकॉप्टर में से एक है। इसकी डिजिटल कनेक्टिविटी और अत्याधुनिक सूचना प्रणाली इसे और खतरनाक बनाती है। सघन पर्वतीय क्षेत्रों में ये सबसे कारगर हेलिकॉप्टर है। पहाड़ियों और घाटियों में छिपे दुश्मन को भी आसानी से तलाशकर उन पर सटीक निशाना साध सकता है। इसे कई तरह के बड़े बम, बंदूकों और मिसाइलों से लैस किया जा सकता है।

अमेरिकन कंपनी बोइंग ने बनाए ये हेलिकॉप्टर
अपाचे AH-64E हेलिकॉप्टर अमेरिकी कंपनी बोइंग ने बनाए हैं। भारत ने बोइंग और अमेरिकी सरकार से 22 अपाचे हेलिकॉप्टरों का समझौता किया था। पहले 8 हेलिकॉप्टर 2019, बाकी के बाद में आए।

अपाचे हेलिकॉप्टर की लैंडिंग के बाद का वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि विमान खुले खेत में खड़ा हुआ है और भारी संख्या में गांव के लोग वहां जमा हो गए हैं. वो विमान के साथ फोटो ले रहे हैं और उसका वीडियो बना रहे हैं.

अपाचे हेलिकॉप्टर की खासियत क्या है?

AH-64Es अपाचे हेलिकॉप्टर में अत्याधुनिक डिजिटल कनेक्टिविटी है. इसमें ज्यादा ताकतवर इंजन लगता है. इसके अलावा फेस गियर ट्रांसमिशन से लैस किया गया है. इसकी गति को, क्लाइंब रेट और पेलोड क्षमता को भी बढ़ाया गया है. इसके साथ ड्रोन्स भी उड़ाए जा सकते हैं. यानी एक हेलिकॉप्टर से कई ड्रोन्स को नियंत्रित करके उनसे दुश्मन के इलाके को तबाह किया जा सकता है. इसे उड़ाने के लिए 2 पायलटों की जरूरत होती है.  

इसकी लंबाई 58.2 फीट और ऊंचाई 12.8 फीट है. बिना किसी हथियार या ईंधन के इसका वजन 5165 किलोग्राम होता है. उड़ान के समय यह 10,433 किलोग्राम वजन उठा कर ले जा सकता है. चार ब्लेड वाले इसके मुख्य पंखे का व्यास 48 फीट है. यह अधिकतम 293 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ सकता है. लेकिन आमतौर पर इसे 265 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से उड़ाया जाता है. पायलट इसे कभी भी 365 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति तक नहीं ले जाते हैं.
 

मिग-21 विमान के बेडे पर लगी है रोक

हाल ही में वायुसेना ने उड़ान के दौरान लगातार हादसे का शिकार हो रहे मिग 21 विमान के पूरे बेड़े की उड़ान पर रोक लगाई थी. कुछ दिनों पहले ही राजस्थान में एक मिग 21 विमान क्रैश हो गया था जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी. हालांकि स्थायी तौर पर अभी ये रोक नहीं लगाई गई है.