Home राजनीति कांग्रेस की चुनावी तैयारियां, जिलों में नेताओं के इस्तीफे

कांग्रेस की चुनावी तैयारियां, जिलों में नेताओं के इस्तीफे

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भोपाल
हाल ही में तीन जिलों के अध्यक्ष बदलना कांग्रेस को भारी पड़ सकता है। डिंडौरी में हटाए गए जिला अध्यक्ष के पक्ष में यहां पर इस्तीफों की झड़ी लग गई है। पूर्व जिला अध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। वहीं अलीराजपुर और विदिशा जिले से हटाए गए अध्यक्ष और उनकी समर्थक कमलनाथ से मिलकर अपनी नाराजगी जताएंगे। अलीराजपुर से हटाए गए अध्यक्ष बुधवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ से मिलने भोपाल आ रहे हैं।  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शुक्रवार को विदिशा, डिंडौरी और अलीराजपुर के जिला अध्यक्षों को हटा दिया। विदिशा में कमल सिलाकारी की जगह पर राकेश कटारे, डिंडौरी में वीरेंद्र बिहारी शुक्ला की जगह पर अशोक पड़वार और अलीराजपुर में केसर सिंह डाबर को हटाकर ओम राठौर को जिला अध्यक्ष बनाया गया है। जिन्हें हटाया गया हैं, उन्हें पार्टी ने इसी साल 22 जनवरी को अध्यक्ष बनाया था। महज तीन महीनों में इन तीन जिला अध्यक्षों को बदलने के बाद पार्टी के अंदर इन तीनों जिलों में गुटबाजी तेजी से उभर कर सामने आई है।

कमलनाथ ने मिलने का समय नहीं दिया: शुक्ला
डिंडौरी के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला ने दावा किया है कि उन्हें पूर्व मंत्री मरकाम के कहने पर पद से हटाया गया है। उन्होंने कहा कि मैंने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मेरे साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अंजू ब्यौहार, नगर परिषद की अध्यक्ष सुनीता सारस, जिला पंचायत सदस्य हीरा देवी परस्ते, पार्षद राजेश पाराशर, एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष वैभव परस्ते ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कई बार कमलनाथ से मिलने का प्रयास किया, लेकिन कमलनाथ ने समय नहीं दिया।

उनकी निष्ठा सिर्फ पद प्राप्ति तक थी: पूर्व मंत्री मरकाम
इधर पूर्व मंत्री एवं डिंडौरी के विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि शुक्ला को कांग्रेस ने एनएसयूआई, युवा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया था, इसके बाद वे ब्लॉक अध्यक्ष भी बने, उन्हें जिला अध्यक्ष भी बनाया गया। जब तक पद मिलते रहे तब वे कमलनाथ की तारीफ करते रहे, क्या उनकी निष्ठा सिर्फ पद प्राप्ति तक थी। अशोक पडवार ओबीसी से आते हैं, वे सबसे पहले आशीर्वाद लेने जिला पंचायत अध्यक्ष के पास ही गए थे, उन्हें इस्तीफे की जगह पर आशीर्वाद देना चाहिए था। अशोक पडवार की नियुक्ति में मेरा कोई दवाब नहीं था।

डाबर ने कहा मुझे बिना कारण के हटाया
अलीराजपुर के जिला अध्यक्ष के पद से हटाए गए केसर सिंह डाबर ने कहा कि उन्हें बिना किसी कारण के पद से हटा दिया गया। यह ठीक नहीं हैं। मैंने प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से समय मांगा हैं, मुझे बुधवार का समय मिला है। उनसे पूछूंगा कि बिना कारण के मुझे क्यों हटाया। इसके बाद आगे का निर्णय लूंगा। इधर विदिशा जिला अध्यक्ष के पद से हटाये गए कमल सिलाकारी भी कमलनाथ से मिलने के लिए समय मांगा है।