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गौठान बना बेसहारों का सहारा एक सीजन में 55 हजार रुपए से अधिक की कमाई, अभी हो रही बैंगन, मिर्ची, रागी की खेती

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सूरजपुर

जिला अंतर्गत ग्राम पंचायत उमेश्वरपुर में गोधन न्याय योजना अंतर्गत संचालित बाड़ी विकास मुर्गी पालन मशरूम उत्पादन आदि कार्य में जय बुढा देव महिला स्वयं सहायता समूह की एक भूतपूर्व सरपंच श्रीमती यमुना देवी का पति श्री चैनसाय का वर्ष 2017-18  से आज तक जेल में होने के कारण यमुना देवी और उनके दो बच्चे बेसहारा हो गए थे।

गौठान में फरवरी 2021 से जुडने के बाद अपने परिवार की लालन-पालन भरण पोषण चलाने के लिए से श्रीमती यमुना देवी हमेशा गौठान में ही सक्रीय रूप से कार्य करती रहती है। गौठान से सब्जी, मशरूम ,उत्पादन, मुर्गी पालन, फसल उत्पादन व विक्रय कर आर्थिक रूप से मजबूत हो रही है। इस वर्ष 2022-23 में 55 हजार रुपए की कमाई हुई है। होने वाले फायदे से घर-गृहस्थी चलाने में परिवार की सहयोगी भी बन रही है। यमुना देवी ने बताया कि गौठान में विभिन्न गतिविधि से उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आया है, स्वयं सहायता समूह के माध्यम से गौठान में जुडने के बाद शासकीय विभाग पंचायत, उद्यानिकी, पशुपालन एवं कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं का लाभ और कर्मचारियों से आवश्यक मार्गदर्शन एवं सहायता मिल रहा है।

समूह की अन्य दीदियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना एवं नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना से समूह की महिलाओं को आजीविका करने हेतु प्रेरणा प्राप्त हुआ। गौठान में वर्मी कंपोस्ट, खाद निर्माण, बाड़ी विकास, बकरी पालन, मुर्गी पालन एवं अन्य आजीविका मुलक गतिविधियां संचालित की जा रही है। गौठान में पर्याप्त पानी एवं 2.50 एकड़ जमीन की उपलब्धता होने से उन्हें सब्जी उत्पादन में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो रही है।  छतीसगढ़ शासन के गोधन न्याय योजना चालू हो जाने से हम स्वयं सहायता समूह के महिला एक निश्चित आय अर्जित कर रहे हैं। जिससे हमारा मान सम्मान बढ़ा है। सभी महिलाएं आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सुदृढ़ हुई हैं। उन्होंने इसके लिए राज्य सरकार के प्रति आभार भी जताया है।