रामपुर
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान को लेकर पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सियासत गरमा दी है। आज मुरादाबाद में सपा के सांसद विधायक जुट रहे हैं। पार्टी नेताओं का 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज मुरादाबाद के कमिश्नर और डीएम से मिलकर कार्रवाई की मांग करेगा। बता दें कि इस समय मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह हैं जिनपर सपा जानबूझकर आजम खान को कानूनी कार्यवाही में उलझाने का आरोप लगा रही है। इस मामले में कोर्ट आजम खान को बरी कर चुकी है। उधर, कमिश्नर आंजनेय कुमार कई बार यह साफ कर चुके हैं कि लोकसभा चुनाव के दौरान जब वह रामपुर के जिलाधिकारी थे, उस वक्त उनका कर्तव्य था कि यदि चुनाव के दौरान कोई गलत भाषणबाजी करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई कराई जाए। उन्होंने कभी द्वेष भावना से काम नहीं किया।
एक तरफ आंजनेय कुमार सिंह पर आरोप लगा रही समाजवादी पार्टी के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल आज उन्हीं से मिलकर इस मामले में कार्रवाई की मांग करेगा। सपा के प्रतिनिधिमंडल में तीन सांसद, 10 विधायक शामिल होंगे। उधर, आजम खान को लेकर अखिलेश यादव ने एक ट्वीट के जरिए इस मामले में दोषी अधिकारी को दंडित किया जाए। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर आजम खान को बरी किए जाने का कोर्ट का वह आदेश भी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें साफ है कि तत्कालीन डीएम ने दबाव बनाकर आजम खां पर केस दर्ज कराया था।
इसी केस में सजा के चलते चली गई थी विधायकी
भड़काऊ भाषण के जिस केस में आजम खान की विधायकी चली गई, उसी केस में आजम खां 24 मई को बरी हो गए। शुक्रवार को अखिलेश यादव ने 1.26 बजे ट्वीट किया- 'भाजपा राज में झूठे मुकदमों का सच बाहर आना शुरू हो गया है। जनता पर दबाव डालकर झूठा मुकदमा करवाने वाले सत्ता की कठपुतली बने भ्रष्ट अधिकारी को तुरंत दंडित करना चाहिए। इस आधार पर आजम खां की विधानसभा की सदस्यता भी तत्काल बहाली हो, कोर्ट सत्ता की संलिप्तता की जांच करे..।'
सोशल मीडिया में वायरल हो रहा आदेश
साथ ही कोर्ट से आजम खां को बरी किए जाने का आदेश भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें साफ है कि आजम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने वाले सहायक कृषि रक्षा अधिकारी अनिल कुमार चौहान ने कोर्ट में बयान दिया है कि यह रिपोर्ट उन्होंने तत्कालीन डीएम के दबाव में दर्ज कराई थी। उस वक्त आंजनेय कुमार सिंह जिलाधिकारी रामपुर थे, जो अब मुरादाबाद के मंडलायुक्त हैं। आजम खां ने जहां भाषण दिया था, वहां पर वह मौजूद नहीं थे। इसी मामले में गवाह एडीओ चंद्रपाल सिंह ने भी बयान दिया। उन्होंने भी यह बात मानी कि आजम खां, उनकी पत्नी और बेटे ने लोकसभा चुनाव के दौरान ही डीएम आंजनेय कुमार सिंह की कई शिकायतें की थीं।