नई दिल्ली
कर्नाटक में सरकार गठन के एक हफ्ते बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को 24 विधायकों की सूची जारी की, जो आज मंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके साथ ही सिद्धारमैया की कैबिनेट में कुल 34 मंत्री हो जाएंगे। कांग्रेस की लिस्ट जो सामने आई है, उसमें विधायकों के नाम के साथ उनकी जाति का भी जिक्र है। विधायकों में एच के पाटिल, कृष्णा बायरेगौड़ा, एन चेलुवरायस्वामी, के वेंकटेश, एचसी महादेवप्पा, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खंड्रे और पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव का नाम शामिल है। सूची में शामिल अन्य लोगों में क्याथासंद्रा एन राजन्ना, शरणबसप्पा दर्शनापुर, शिवानंद पाटिल, रामप्पा बलप्पा तिम्मापुर, एसएस मल्लिकार्जुन, शिवराज संगप्पा तंगदागी, शरणप्रकाश रुद्रप्पा पाटिल, मानकल वैद्य, लक्ष्मी हेब्बलकर, रहीम खान, डी सुधाकर, संतोष लाड, एनएस बोसेराजू, सुरेश बी एस, मधु बंगारप्पा, एम सी सुधाकर और बी नागेंद्र का नाम है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, लक्ष्मी हेब्बलकर, मधु बंगारप्पा, डी सुधाकर, चेलुवाराय स्वामी, मंकुल वैद्य और एम सी सुधाकर डीके शिवकुमार के करीबी माने जाते हैं। कांग्रेस की नई सूची में छह लिंगायत और चार वोक्कालिगा विधायकों के नाम शामि हैं। इनमें तीन विधायक अनुसूचित जाति से, दो अनुसूचित जनजाति से और पांच अन्य पिछड़े समुदाय (कुरुबा, राजू, मराठा, एडिगा और मोगावीरा) से आते हैं। दिनेश गुंडू राव के ब्राह्मण हैं। उन्हें भी कैबिनेट में जगह मिली है।
कैबिनेट में लिंगायत समुदाय से आने वाले आठ विधायक मंत्री होंगे, वहीं वोक्कालिगा समुदाय के डीके शिवकुमार सहित पांच विधायक मंत्री हो जाएंगे। कैबिनेट में अनुसूचित जाति के नौ मंत्री होंगे। ओल्ड मैसूर और कल्याण कर्नाटक क्षेत्र से सात-सात विधायकों को मंत्री बनाया जा रहा है। कित्तूर कर्नाटक क्षेत्र से छह और मध्य कर्नाटक से दो मंत्री शामिल हैं।
सिद्धारमैया और शिवकुमार दोनों पिछले तीन दिनों से दिल्ली में थे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने लिस्ट को अंतिम रूप दिया है। इससे पहले कर्नाटक के दोनों नेताओं ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों के नामों को लेकर सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच मतभेद उभरे थे। हालांकि, इसे सुलझा लिया गया।