Home मध्यप्रदेश भारत टॉकीज रेलवे ओवर ब्रिज पर फिर से शुरू हुआ ट्रैफिक

भारत टॉकीज रेलवे ओवर ब्रिज पर फिर से शुरू हुआ ट्रैफिक

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चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने किया आरओबी पर ट्रॉयल रन

भोपाल

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने गुरूवार सुबह 8 बजे भारत टॉकीज आरओबी पर ट्रॉयल रन कर ट्रैफिक को फिर से बहाल किया। इससे पहले मंत्री सारंग ने स्वयं जीप चलाकर ब्रिज के पूर्ण हो चुके मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने संतुष्टि व्यक्त करते हुए निश्चित समयावधि में कार्य पूर्ण करने के लिये अधिकारियों की सराहना भी की। महापौर श्रीमती मालती राय, स्थानीय जन-प्रतिनिधि, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी सहित रहवासी भी उपस्थित थे।

एक हफ्ते ट्रॉयल के बाद किया जायेगा डामरीकरण

मंत्री सारंग ने कहा कि भोपाल के बड़े क्षेत्र को भोपाल स्टेशन से जोड़ने वाले भारत टॉकीज आरओबी को पुन: ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है। अभी ब्रिज के ऊपर मास्टिक एस्फाल्ट की लेयर नहीं डाली गई है। एक सप्ताह तक ट्रॉयल के बाद यह लेयर डाली जाएगी,  यात्रियों के आवागमन के लिये ट्रैफिक को पुनः शुरू कर दिया गया है।

मरम्मत कार्य से करीब 25 वर्ष बढ़ गई आरओबी की आयु

मंत्री सारंग ने बताया कि वर्ष 1972 में निर्मित भारत टॉकीज आरओबी के बेयरिंग और ज्वाइंट यातायात के बढ़ते दबाव और पुराने होने के कारण पूरी तरह खराब हो गये थे। इससे किसी बड़ी दुर्घटना के होने की आशंका थी। इसके लिये ब्रिज के 360 बेयरिंग और 15 एक्सपोनशन ज्वाइंट बदले गए हैं। मरम्मत से ब्रिज की आयु करीब 25 वर्ष और बढ़ गई है।

मंत्री सारंग ने स्वयं जीप चला कर किया ट्रॉयल रन

मंत्री सारंग ने करीब आधे घंटे तक स्वयं जीप चला कर ब्रिज पर ट्रॉयल रन किया। वे भोपाल स्टेशन प्लेटफॉर्म क्रमांक-1 के समीप बजरिया पुलिस चौकी से लेकर ब्रिज की दूसरी ओर संगम तिराहे तक जीप चला कर पहुँचे। जीप के साथ अन्य दो पहिया एवं चार पहिया वाहन भी चल रहे थे।

25 मई तक मरम्मत का कार्य पूर्ण करने के दिये थे निर्देश

मंत्री सारंग ने विगत 8 मई को निरीक्षण के दौरान ब्रिज के मरम्मत कार्य में देरी को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए 15 दिन के भीतर 25 मई तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये थे। लोक निर्माण विभाग द्वारा कार्य में गति लाते हुए मंत्री सारंग द्वारा निश्चित की गई समयावधि के भीतर ही कार्य पूर्ण किया गया। उल्लेखनीय है कि ब्रिज के मरम्मत कार्य से यात्रियों को लगभग 6 कि.मी. लंबा टर्न लेकर जाना पड़ रहा था।