यूरोप
ओपेन एआई चैट जीपीटी के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने यूरोप छोड़ने की धमकी दी है। दरअसल जिस तरह से यूरोपियन यूनियन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर नया कानून लाने जा रहा है उसके विरोध में सैम ऑल्टमैन ने कहा कि वह यूरोप छोड़ने पर विचार कर सकते हैं अगर हम नए कानून का पालन नहीं कर पाए। बता दें कि यूरोपियन यूनियन एआई को नियंत्रित करने के लिए कानून बनाने की तैयारी कर रही है। कानून का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। जो कंपनियां एआई टूल्स का इस्तेमाल कर रही हैं, जिसमे चैट जीपीटी समेत कई एआई शामिल हैं, उन्हें इस बात की जानकारी देनी होगी कि क्या वह कोई कॉपीराइट कंटेंट का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऑल्टमैन ने कहा कि हम कोशिश करेंगे कि जो नया कानून आए उसके तहत ही हम काम करें और उसका पालन करें। लेकिन जो मौजूदा ड्राफ्ट तैयार किया गया है वह बहुत ज्यादा बंदिशे लगाने वाला है, लेकिन हमने सुना है कि इसे वापस लिया जा रहा है। अभी इसपर वो लोग चर्चा कर रहे हैं।
यूरोपियन सांसद इस बात पर राजी हो गए हैं कि ड्राफ्ट का मुख्य आधार क्या होगा। इसपर संसद में चर्चा होगी। इसके बाद ही इस बिल की विस्तृत जानकारी लोगों के बीच आ सकेगी। ऑल्टमैन ने कहा कि आम इस्तेमाल के लिए एआई की परिभाषा को बदला जा सकता है। गौर करने वाली बात है कि जब से चैट जीपीटी की शुरुआत हुई है उसके बाद से कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियो की नौकरी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि चैट जीपीटी तमाम ऐसे काम कर सकती है जिसके लिए आम कर्मचारियों की जरूरत नहीं पड़ेगी।
बिना ऑर्डर के पार्सल डिलीवर कर चूना लगा रहे ठग चैट जीपीटी के जरिए रिपोर्ट तैयार किया जा सकता है। ड्राफ्ट तैयार किया जा सकता है। किसी भी तरह का पत्र लिखा जा सकता है। आर्टिकल तैयार किया जा सकता है। अहम बात यह है कि यह हर बार बिल्कुल नया कंटेंट तैयार करता है जिसकी वजह से इसपर कॉपीराइट का क्लेम नहीं किया जा सकता है। यही वजह है कि इसको लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है।