मंडला
जिले में भ्रष्टाचार की पोल खुलना शुरू हो गई है। कहीं कर्मचारी तो कहीं अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े जा रहे है। बावजूद इसके अधिकारी, कर्मचारी इससे बाज नहीं आ रहे है। एक बार फिर गुरूवार को मंडला जिले के विकासखंड नारायणगंज और केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के गृह ग्राम जेवरा में एक महिला सरपंच 20 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ लोकायुक्त के हत्थे चढ़ गई। जानकारी अनुसार शासन द्वारा विधवा महिलाओं के लिए संबल योजना चला रही है।
जिसके अंतर्गत पीडित महिला को दो लाख रूपए एक मुश्त और प्रति माह एक हजार रूपए पेंशन मिलने का प्रावधान है। बता दे कि ग्राम जेवरा निवासी श्रीमति चरखी बाई पति स्वर्गीय हरिलाल को इस संबल योजना की राशि मिलनी थी। पीड़ित महिला एक तो अपने पति को खो चुकी और अब जनप्रतिनिधि मदद करने के स्थान पर योजना की लाभ दिलाने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे है। इससे प्रताडित होकर पीडित महिला ने लोकायुक्त की शरण ली।
बता दे कि पीड़ित महिला श्रीमति चरखी बाई के पति की मृत्यु हो चुकी है। संबल योजना की राशि का पैसा जल्दी दिलाने के नाम पर आरोपी सरपंच राजकुमारी बाई कुलस्ते द्वारा 20 हजार रूपए रिश्वत की मांग की गई । पीडित महिला रिश्वत की राशि लेकर सरपंच के घर देने पहुंची। जहां लोकायुक्त की टीम ने पीडित महिला से 20 हजार रूपए लेते रंगेहाथ पकड़ लिया। इस कार्रवाई में सुरेखा परमार उप पुलिस अधीक्षक, निरीक्षक सुश्री रेखा प्रजापति, निरीक्षक नरेश बहरा एवं टीम के सदस्य शामिल रहे।