नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के बाद भारत लौट आए हैं। गुरुवार को लौटने के साथ ही उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से बात की और बड़ी 'चुनौती' का जिक्र कर दिया। इसे साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कभी भी हिन्दुस्तान की संस्कृति के बारे में बात करते हुए गुलामी वाली मानसिकता में नहीं डूबना है।
दिल्ली में विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा समेत भाजपा के कई दिग्गजों और कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी का स्वागत किया। नड्डा ने कहा कि दुनिया में भारत के गवर्नेंस मॉडल को सराहा जा रहा है।
पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा, 'मैं दुनिया में जाकर सिर्फ आपके पराक्रम के गीत गाता हूं।' उन्होंने कहा, 'मैं दुनिया के सामने देश की तारीफ संकोच नहीं बल्कि आत्मविश्वास और गर्व के साथ करता हूं…।' उन्होंने कहा, 'मैं आप से भी यही कहूंगा कि हिंदुस्तान की संस्कृति, महान परंपरा के बारे में बोलते हुए कभी भी गुलामी वाली मानसिकता में डूब मत जाना, हिम्मत के साथ बात कीजिए… दुनिया सुनने को आतुर है। जब मैं यह कहता हूं कि हमारे तीर्थ क्षेत्रों पर हमले स्वीकार नहीं हैं तो दुनिया भी मेरे साथ दिखती है।'
'दुश्मनों का भी रखते हैं ख्याल'
पीएम मोदी ने कहा, 'उन्होंने मुझसे पूछा कि संकट के समय में मोदी दुनिया को वैक्सीन क्यों दे रहे थे। याद रहे कि यह बुद्ध की धरती है, यह गांधी की धरती है। हम हमारे दुश्मनों का भी ध्यान रखते हैं। हम ऐसे ही आगे बढ़ते हैं।' उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा, 'अब चुनौती बड़ी है, लेकिन चुनौतियों को चुनौती देना मेरा स्वभाव है।' इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी जापान, ऑस्ट्रेलिया और पपुआ न्यू गिनी पहुंचे। उन्होंने राष्ट्र प्रमुखों के अलावा कई बड़ी हस्तियों और भारतीय समुदाय से भी मुलाकात की। यात्रा के बीच पपुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री का पीएम मोदी के पैर छूने का वीडियो काफी वायरल हुआ था।