भोपाल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनावी साल में एक और बड़ा ऐलान किया है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्य प्रदेश में नव-विवाहिताएं भी लाड़ली बहना योजना का लाभ उठा सकेंगी। सूबे में नव-विवाहिताओं के लिए लाड़ली बहना योजना का पोर्टल खोलकर पात्र बहनों का पंजीकरण कराया जाएगा। शिवराज सिंह चौहान सागर के केसली जनपद में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए और वर-वधु को आशीर्वाद दिया।
इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 240 जोड़े परिणय-सूत्र में बंधे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बहन, बेटियों का जीवन आसान बनाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। इससे लाड़ली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री कन्या विवाह और लाड़ली बहना योजना क्रियान्वित की गई है। विवाह एक संस्कार है, यह आत्माओं का बंधन और जन्म-जन्म का साथ है। इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सागर के कलेक्टर को निर्देश दिए कि विवाह-सूत्र में बंध रहे ये वर-वधु जिन शासकीय योजनाओं के लिए पात्र हैं उन्हें उन योजनाओं का लाभ दिलाया जाए।
सम्मेलन में जिला अध्यक्ष देवी बाई लोधी, उपाध्यक्ष रेखा रानी समेत अन्य जन-प्रतिनिधि मौजूद रहे। इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कामना की कि नव-विवाहित दंपति प्रेम से रहें, दोनों परिवारों का मान-सम्मान बढ़ाएं और समाज के कल्याण के लिए भी योगदान दें। पन्ना जिले के बनोली में आयोजित एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि 151 जोड़ों का विवाह हो रहा है। मुख्यमंत्री का आशीर्वाद मिल रहा है। क्षेत्रीय विधायक क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पन्ना जिले के पवई विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बनोली में भी मौजूद रहे। उन्होंने प्रसिद्ध मंदिर में मां कंकाली के दर्शन एवं पूजन अर्चन किया और प्रदेश की खुशहाली के लिए कामना की। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल, रामबिहारी चौरसिया समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। मां कंकाली के दर्शन उपरांत बाहर मंदिर परिसर में खड़े ग्रामवासियों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भेंट की और उनकी समस्याओं को सुना।