जबलपुर
गर्मियों के मौसम में प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में नौतपा शुरू भी नहीं हुआ है और पेयजल संकट गहरा गया है। वर्तमान में प्रदेश के पांच निकायों में दो दिन के अंतर से पानी मिल रहा है जबकि 97 निकायों में एक दिन के अंतर से पानी मिल पा रहा है।
जबलपुर संभाग के छपारा में दो दिन छोड़कर जलप्रदाय हो रहा है यहां भूजल स्तर कम होने के कारण यह समस्या हो रही है। जुन्नारदेव में दो दिन के अंतर से पानी मिल रहा है। यहां योजना के अंतर्गत निर्मित डेम में स्टोरेज की कमी होंने के कारण पेयजल संकट की स्थिति बनी है।
डोंगर परासिया में भी दो दिन के अंतर से जलप्रदाय हो पा रहा है। इंदौर संभाग के रानापुर में भी दो दिन के अंतर से पानी मिल पा रहा है। इंदौर संभाग के देपालपुर में दो दिन के अंतर से पानी मिल पा रहा है।
यहां एक दिन के अंतर से मिल रहा पानी
जबलपुर संभाग के न्यूटन चिखली में पेंच नदी एनीकट में पानी कम होंने के कारण एक दिन के अंतर से पानी मिल रहा है। इंदौर संभाग के पेटलावद में जलस्रोत में सीमित पेयजल होंने के कारण एक दिन छोड़कर पेयजल आपूर्ति की जा रही है। इंदौर संभाग के करहीपडल्या में मरम्मत कार्य के कारण एक दिन छोड़कर पानी मिल रहा है। भोपाल संभाग में मूुुलताई नगर पालिका में सीमित जलस्रोत होंने के कारण जलसंस्या है। पीएचई घटक अंतर्गत कार्य प्रगतिरत है तथा शेष कार्य को अमृत 2 योजना के अंतर्गत किया गया है। रीवा संभाग के मैहर में मुख्य जलस्रोत तमस नदी सूूख जाने के कारण जलसंकट गहराया है। यहां एक दिन के अंतर से पेयजल दिया जा रहा हे। सागर संभाग के मकरोनिया में सीमित पेयजल होंने के कारण एक दिन छोड़कर पानी दिया जा रहा है। बंडा में जलस्रोंत सीमित होंने के कारण एक दिन के अंतर से पानी दिया जा रहा है।