यूपी
दिल्ली-एनसीआर, यूपी समेत देश के अन्य राज्यों के उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर आने वाले टूरिस्टों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। गंगा नदी में राफ्टिंग के दौरान हादसों को रोकने के लिए पुलिस ने सख्त ऐक्शन लिया है। राफ्टिंग के दौरान गो प्रो कैमरे का इस्तेमाल करने पर भी रोक लगा दी गई है। आपको बता दें कि विगत दिनों राफ्टिंग के दौरान राफ्ट सवार पर्यटकों में मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। नदी में पर्यटक एक-दूसरे को पीटते हुए दिखाई दिए थे। राफ्टिंग कंपनियों और गाइड को पुलिस अधिकारियों ने नियमों के पालन के सख्त निर्देश दिए हैं। राफ्टिंग करते वक्त गाइड के गो प्रो कैमरे का इस्तेमाल करने पर भी रोक लगा दी गई है। प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह की अगुवाई में शिवपुरी क्षेत्र में पुलिस टीम ने राफ्टिंग गाइड और पर्यटकों को जागरूक किया। उन्हें नियमों से अवगत कराते हुए लापरवाही मिलने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी।
सूर्यास्त के बाद पर्यटकों को राफ्टिंग कराने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि राफ्टिंग के दौरान नशे के सेवन नहीं करने के लिए कहा गया। पर्यटकों से भी व्यवहार को मृदु रखने के निर्देश दिए है। शिकायत मिलने पर संबंधित कंपनी और गाइड पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
राफ्ट सवार पर्यटकों में मारपीट का वीडियो वायरल
गंगा नदी राफ्टिंग के दौरान नियमों के पालन के लिए पुलिस सख्त नजर आ रही है। संचालकों और गाइडों को निर्धारित नियमों का पालन करने के लिए सख्त निर्देश जारी किए जा रहे हैं, साथ ही नियमित चेकिंग कर उल्लंघन करने वालों पर भी पुलिस कार्रवाई कर रही है। इस बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वारयल हो रहा है, इसमें दो राफ्ट सवार पर्यटक चप्पू से एक-दूसरे को मारते दिख रहे हैं।
इर्द-गिई तीन राफ्ट भी नजर आ रही हैं। यह वीडियो शिवपुरी क्षेत्र के आसपास का बताया जा रहा है, मगर अभी तक पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। वीडियो में पर्यटक गाली-गलौच करते भी दिख रहे हैं। राफ्ट सवार एक शख्स नदी में कूदता भी दिख रहा है। वायरल वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग तरह की टिप्पणियां भी कर रहे हैं। वायरल वीडियो का यह मामला अब पुलिस तक भी पहुंच चुका है।
सूत्रों का दावा है कि पुलिस घटनास्थल के साथ राफ्ट के नंबर के आधार पर पहचान का प्रयास कर रही है। फिलहाल पुलिस ने मारपीट से संबंधित कोई शिकायत नहीं मिलने का दावा किया है। प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि मारपीट का यह वीडियो कहां का है, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। फिर भी पुलिस वीडियो की सत्यतता जानने के लिए जांच कर रही है।