मुंबई
टीवी शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' काफी लोकप्रिय है, लेकिन अब यह शो एक अलग ही वजह से चर्चा में है। इससे पहले इस सीरियल में मिसेज रोशन सिंह सोढ़ी का रोल प्ले करने वाली एक्ट्रेस जेनिफर मिस्त्री बंसीवाल ने सीरियल के मेकर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अब इसी सीरियल में 'बावरी' का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस मोनिका भदौरिया ने शो के प्रोड्यूसर्स और एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर्स के खिलाफ आवाज उठाई है।
मोनिका भदौरिया ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में सीरियल 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' की शूटिंग के माहौल के बारे में खुलकर बात की है। मोनिका भदौरिया ने कहा, मैंने वर्ष 2019 में ही शो छोड़ दिया था, लेकिन मेकर्स ने अभी तक मुझे मेरा 4 से 5 लाख के पारिश्रमिक नहीं दिया है। मैंने पैसे को लेकर प्रोड्यूसर्स से एक साल तक लड़ाई लड़ी। भदौरिया ने आरोप लगाया कि शो छोड़ने वाले कई अन्य अभिनेताओं को इन लोगों ने थका दिया है।
उन्होंने आगे कहा, ''तारक मेहता'' के सेट पर मेरी जिंदगी ''नरक'' जैसी थी। उस वक्त मेरी मां का कैंसर का इलाज चल रहा था, लेकिन शो के प्रोड्यूसर्स ने मेरी कोई मदद नहीं की। मैं पूरी रात अस्पताल में रहती और वे मुझे सुबह-सुबह सेट पर बुला लेते थे। मैं उनसे कहती था कि मैं उस समय नहीं आ सकता, लेकिन फिर भी मुझे बार बार फोन किया जाता था। सबसे बुरी बात यह थी कि मुझे शूट पर आने के बाद इंतजार करना पड़ता था। जब मेरे पास करने के लिए कुछ नहीं होता तब भी मुझे जल्दी बुलाया जाता था।
मोनिका ने बताया कि, जब मेरी मां का निधन हुआ, तो निर्माता असित मोदी ने मुझे फोन तक नहीं किया। मैं अपनी मां की मौत से सदमे में थी, लेकिन मेरी मां की मौत के सात दिन बाद ही उन्होंने मुझे फोन किया और सेट पर आने को कहा। उन्होंने कहा कि मेरे पास कोई विकल्प नहीं था, इसलिए मैं सेट पर जाती थी और वहां मुझे रोना आता था। सेट पर मारपीट व अभद्र व्यवहार किया जाता था। मोनिका का आरोप है कि असित मोदी कहते हैं मैं भगवान हूं। यह सुनने के बाद मैंने उनसे कहा कि मुझे काम नहीं करना है। सोहेल रमानी सबसे मुखर व्यक्ति हैं।
मोनिका ने बताया कि, वर्तमान में ''तारक मेहता का उल्टा चश्मा'' धारावाहिक में काम कर रहे अभिनेता उसके खिलाफ एक शब्द नहीं कहेंगे। जब अन्य लोगों ने शो छोड़ा था तो जेनिफर मिस्त्री ने कुछ भी नहीं कहा। हर कोई अपनी नौकरी बचाना चाहता है। किसी ने कभी भी इतना परेशान नहीं किया, जीतना उसने किया है।
मोनिका ने आरोप लगाया कि वे कलाकारों को कुत्तों की तरह ट्रीट करते थे। उनके कार्यकारी निर्माता सोहेल रमानी सबसे असभ्य हैं। उसने नट्टू अंकल तक को गाली भी दी थीं। उन्होंने बताया कि जब मैंने सीरियल में काम शुरू किया था, तब मुझे 30 हजार रुपये महीना मिल रहे थे। उन्होंने छह महीने बाद वेतन बढ़ाने का भरोसा दिया था, लेकिन उन्होंने पैसे नहीं बढ़ाए।
उल्लेखनीय है कि मोनिका भदौरिया के अलावा ''तारक मेहता'' के पूर्व डायरेक्टर मालव राजदा ने भी जेनिफर मिस्त्री का सपोर्ट किया है। जेनिफर मिस्त्री ने हाल ही में सोहेल रमानी और कार्यकारी निर्माता जतिन बजाज के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। उन्होंने असित मोदी पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।